ताजा शोध है गवाह
कुछ समय पहले हुए ब्रिटेन के सबसे बड़े चैरेटी हेल्थकेयर संस्थान न्यूफील्ड हैल्थ में हुए वैज्ञानिक अध्ययन के निष्कर्षों में यह साबित हो गया कि छुट्टियां मनाना और घूमना-फिरना सेहत, संबंधों और यौन जीवन को फिर से पाने का बेहतरीन जरिया है। उन्होंने 12 लोगों को शामिल करते हुए चार जोडिय़ां बनाई और उन्हें अलग-अलग घूमने भेजा। सेहत व काम से जुड़े सभी मोर्चों पर घूमने गई तीनों जोडिय़ों के नतीजे अच्छे हैं जबकि न जाने वाली चौथी जोड़ी के नतीजे तुलनात्मक खराब मिले। इन सबके अलावा जीवन, काम, परिवार, बच्चों के बारे में उनका नजरिया काफी सकारात्मक हो गया था।
डिमेंशिया जैसे रोग रहते हैं दूर
यात्राओं से डिमेंशिया जैसी बीमारियों से निजात मिल सकती है। मौजूदा दौर में खुद को स्ट्रेस फ्री रखना सबसे जरूरी है, ऐसे में ट्रैवलिंग आपके सच्चे साथी के रूप में सामने आ सकती है। डॉक्टरों का मानना है कि लाइफ की भागदौड़ से ब्रेक लेकर घूमने से आप मानसिक तौर पर रिलेक्स और मजबूत होते हैं। रोज की जिम्मेदारियों से हटकर आपको खुद के साथ समय बिताने का मौका मिलता है। आपको खुद के साथ समय बिताने का मौका मिलता है।
फैट होती कम, बढ़ती मसल्स पावर
घूमने से आप अपना फैट कम कर मसल्स भी मजबूत कर सकते हैं। मगर इसके लिए आपको लग्जरी स्टाइल को छोडऩा होगा। पहाड़ों या किसी भी खूबसूरत नजारों का लुत्फ लेने के लिए आप पैदल घूमते हैं। पहाड़ों पर चढ़ते हैं, उतरते हैं, नदियों में तैरते हैं, बीच पर लंबी वाक करते हैं। किसी पुराने स्मारक को देखने के लिए पसीना बहाते हैं। इससे आपकी कैलोरी बर्न होगी और मसल्स मजबूत होंगी।
छोटी यात्राएं भी होती हैं बेहतर
हर इंसान को जीवन में आराम चाहिए। ऐसे में छोटी-छोटी यात्राएं भी करने का मौका मिले तो चूके नहीं। कई बार लंबी यात्राओं के चक्कर में आसपास की यात्राएं भी नहीं हो पाती हैं।