scriptजब हो फ्लैट फीट की समस्या तो ये करें | When this is the problem of flat feet then do this | Patrika News

जब हो फ्लैट फीट की समस्या तो ये करें

locationजयपुरPublished: Jun 06, 2019 11:46:45 am

Submitted by:

Jitendra Rangey

फ्लैट फुट की समस्या से परेशान है और आपके पैर का आर्च वाला हिस्सा मतलब पंजो वाले उठाव के नीचे कर्व लिया हुआ जो हिस्सा एडी और पंजे के मध्य होता है वो सपाट हो तो उसे पैर का सपाट होना कहते हैं।

flat feet

flat feet

उठाव के नीचे कर्व लिया हुआ है
यदि आप फ्लैट फुट की समस्या से परेशान है और आपके पैर का आर्च वाला हिस्सा मतलब पंजो वाले उठाव के नीचे कर्व लिया हुआ जो हिस्सा एडी और पंजे के मध्य होता है वो सपाट हो तो उसे पैर का सपाट होना कहते हैं, या इंग्लिश में इसे फ्लैट फुट भी कहते हैं। इस स्थिति के कारण आपके पैरो के तलवे पूरी तरीके से चपटे हो जाते हैं और आपको चलने में परेशानी होती है।
दर्द नहीं होता है
ये एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें आपको दर्द नहीं होता हैं। फ्लैट फुट की समस्या तब होती है, जब बचपन में आपके पैरो के आर्च सही से विकसित नहीं हो पाते हैं। कई सारे मामलो में फ्लैट फुट की समस्या बचपन के अलावा चोट लगने के कारण और उम्र बढ़ने के कारण भी हो जाते हैं।
पैरो का आकार बिगाड़ सकते हैं
ये आपके पैरो का आकार बिगाड़ सकते हैं, जिससे आपको टखनो और घुटनों की समस्या हो सकती है, हालंकि फ्लैट फुट से कोई परेशानी नहीं होती है क्यूंकि इसमें कोई दर्द नहीं होता है। इसलिए इसका कोई इलाज भी नहीं कराया जाता है।
इसे फॉलेन आच्स भी कहते हैं
फ्लैट फीट को फॉलेन आच्स कहते हैं। इसमें पैरों के तलवे सपाट होते हैं और दौडऩे या चलने के दौरान मुडऩे में दिक्कत आती है। खेलों में एक-एक सेकंड महत्त्वपूर्ण होता है। ऐसे में खिलाडिय़ों को लक्ष्य पूरा करने में अधिक समय लगता है।
एक्सरसाइज है हल: इस स्थिति में बॉल एक्सरसाइज कारगर है। तलवों के नीचे टेनिस बॉल को रखकर ऊपर से सहने योग्य दबाव बनाते हुए अंगुलियों से एड़ियों और एड़ियों से वापस अंगुलियों की ओर ले जाते हैं। रोजाना 20-30 मिनट ऐसा करें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो