दांत की तरह ही मसूड़ों का भी ध्यान देना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि दांत को जकड़कर कर रखने वाले मसूड़े अगर स्वस्थ नहीं होंगे तो दांत भी स्वस्थ नहीं रहेंगें। मसूड़ों में होने वाली बीमारी दांतों के लिए खतरा बन जाती है। तो चलिएइअजानें, मसूड़ों के काले होने के पीछे 5 मुख्य कारण हैं।
मसूड़े काले होने के पीछे हैं ये चार कारण जिम्मेदार
मेलानिन के कारण- अगर आपके मसूड़े अचानक से काले होने लगे तो इसके पीछे एक कारण शरीर में मेलानिन का अधिक होना हो सकता है। मेलानिन स्किन को गहरा रंग देने लगता है इससे स्किन भी सांवाली होने लगती है। यही कारण है की जो लोग सांवले होते हैं, उनके मसूड़े हमेशा से थोड़े गहरे रंग के होते हैं। हालांकि, ये कोई समस्या नहीं, बल्कि नेचुरल है।
दवाओं का साइड इफेक्ट- कई बार दवाओं के साइड इफेक्ट से भी मसूड़े काले हो जाते हैं। खासकर उन दवाओं का लंबे समय तक यूज किया जाए तब। स्ट्रेस, डिप्रेशन की दवाओं का सेवन करने वाले लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है।
अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस (Ulcerative Gingivitis)- इस बीमारी में भी मसूड़ों को नुकसान होता है। अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस एक तरह का इंफेक्शन है, जिसमें मसूड़ों में दर्द, सांसों में दुर्गंध, मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है। (ulcerative gingivitis symptoms) । इस बीमारी पर ध्यान न देने से ही मसूड़ों के टिशूज प्रभावित होते हैं, जिससे मसूड़ों का रंग काला हो जाता है।
स्मोकिंग- अगर आप चेन स्मोकर हैं तो तय है कि आपके मसूड़े से लेकर होंठ और दांत का रंग भी बदल जाएगा। होंठ और मसूड़े काले या धब्बेदार हो जाते हैं। दांत सफेद से पीले होने लगते हैं।
ऐसे पाएं समस्या से छुटकारा
अगर आपके मसूड़े काले हो रहे है तो आहार में विटामिन डी शामिल करें। इसके सेवन से मसूड़ों से जुड़ी हर समस्या खत्म हो जाती है। साथ ही साथ दांतों में ब्रश करने के बाद बेकिंग सोडा से या तो कूल्हा करें या थोड़ा इसे मसूड़ों पर पेस्ट बनाकर उपयोग करें। इससे मसूड़ों का कालापन जाने लगेगा। अगर इसके बाद भी न जाए तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
मेलानिन के कारण- अगर आपके मसूड़े अचानक से काले होने लगे तो इसके पीछे एक कारण शरीर में मेलानिन का अधिक होना हो सकता है। मेलानिन स्किन को गहरा रंग देने लगता है इससे स्किन भी सांवाली होने लगती है। यही कारण है की जो लोग सांवले होते हैं, उनके मसूड़े हमेशा से थोड़े गहरे रंग के होते हैं। हालांकि, ये कोई समस्या नहीं, बल्कि नेचुरल है।
दवाओं का साइड इफेक्ट- कई बार दवाओं के साइड इफेक्ट से भी मसूड़े काले हो जाते हैं। खासकर उन दवाओं का लंबे समय तक यूज किया जाए तब। स्ट्रेस, डिप्रेशन की दवाओं का सेवन करने वाले लोगों में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है।
अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस (Ulcerative Gingivitis)- इस बीमारी में भी मसूड़ों को नुकसान होता है। अल्सरेटिव जिंजिवाइटिस एक तरह का इंफेक्शन है, जिसमें मसूड़ों में दर्द, सांसों में दुर्गंध, मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है। (ulcerative gingivitis symptoms) । इस बीमारी पर ध्यान न देने से ही मसूड़ों के टिशूज प्रभावित होते हैं, जिससे मसूड़ों का रंग काला हो जाता है।
स्मोकिंग- अगर आप चेन स्मोकर हैं तो तय है कि आपके मसूड़े से लेकर होंठ और दांत का रंग भी बदल जाएगा। होंठ और मसूड़े काले या धब्बेदार हो जाते हैं। दांत सफेद से पीले होने लगते हैं।
ऐसे पाएं समस्या से छुटकारा
अगर आपके मसूड़े काले हो रहे है तो आहार में विटामिन डी शामिल करें। इसके सेवन से मसूड़ों से जुड़ी हर समस्या खत्म हो जाती है। साथ ही साथ दांतों में ब्रश करने के बाद बेकिंग सोडा से या तो कूल्हा करें या थोड़ा इसे मसूड़ों पर पेस्ट बनाकर उपयोग करें। इससे मसूड़ों का कालापन जाने लगेगा। अगर इसके बाद भी न जाए तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।