प्रेरणाभरा रहा पूरा जीवन
पूर्व सांसद के निधन की सूचना मिलने पर दुमका जिला प्रशासन की ओर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने बुधवार को गांव जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिवार को ढाढ़स बंधाया। संतालपरगना में जनसंघ के संस्थापक सदस्य रहे बटेश्वर हेम्ब्रम वर्ष 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर कांग्रेस प्रत्याशी पृथ्वी चन्द्र किस्कु को पराजित कर दुमका लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए थे। वह 1980 तक सांसद रहे। उनका जन्म अप्रैल 1931 में हुआ था। हिन्दी और संताली भाषा में एम.ए तक की श्शिक्षा प्राप्त कर वह कुछ समय तक सरकारी विद्यालय में शिक्षक के पद पर भी कार्य करते रहे। बाद में शिक्षक की नौकरी छोड़कर वह संतालपरगना में जनसंघ पार्टी संगठन के लिए कार्य करते रहे। बेदाग छवि के हेम्ब्रम 1975 में आपातकाल के दौरान जेल में भी रहे।
राजनीतिक दलों ने व्यक्त किया शोक
पूर्व सांसद के निधन पर भाजपा सहित विभिन्न राजनीति दल के नेताओं के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है और ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की है। भाजपा के सांसद प्रतिनिधि और भाजपा नेता सीता राम पाठक ने पूर्व सांसद हेम्ब्रम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से संतालपरगना में भाजपा संगठन को अपूरणीय क्षति हुई है। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सामाजिक क्षेत्र में कार्य करनेवाले लोगों ने अपना एक अभिभावक और मार्गदर्शक खो दिया। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में राजनीतिक सुचिता के प्रबल समर्थक रहे।