दुमका जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र के चिरूडीह गांव का अौर प्रवीर गिरिडीह जिले के पीरटांड थाना क्षेत्र के बरवाडीह का रहने वाला है। इस मामले में पांच आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था। आज कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों को दुमका सेंट्रल जेल से कोर्ट लाया गया, जहां सजा के बिन्दु पर दोनों पक्षों की जज ने बहस सुनी अौर भोजनावकाश तक अदालत की कार्यवाही स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद दोनों की तय हुई सजा सुनाई गई।
गौरतलब है कि जुलाई 2013 को एसपी अमरजीत बलिहार के काफिले पर उस वक्त नक्सलियों ने हमला किया गया था, जब वह दुमका में डीआइजी की बैठक में हिस्से लेने का बाद पाकुड़ लौट रहे थे। हमले में एसपी के अलावा 5 अन्य पुलिसकर्मी अौर चालक मारे गये थे। इस मामले में कुल 31 गवाहों के बयान दर्ज किये गए थे। वहीं नक्सली प्रवीर की पत्नी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह इस सजा के खिफाफ हाईकोर्ट में अपील करेगी। उसने पति की सजा कम करने अौर उसे समाज की मुख्यधारा में लौटने का मौका देने की सरकार से अपील की।
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