जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग अपने छोटे बेटे सोमेश्वर के पास गत 20 साल से पत्नी दीत के साथ रह रहा था। शनिवार की रात्रि 10 बजे के आस पास बुजुर्ग ने पूरे परिवार के साथ खाना खाया और इसके बाद बेटा अपने परिवार के साथ और वृद्ध अपने परिवार के साथ अलग-अलग सो गए।
सुबह साढ़े छह बजे के करीब अचानक ही महुए के फूल बिनने वाले कुछ बच्चों ने छोटे बेटे सोमेश्वर को आकर बताया कि बाबा पेड़ पर लटके हुए हैं। इस पर छोटे बेटे ने बड़े बेटे धनराज को उठाया और पेड़ के पास पहुंचे, जहां देखा कि मृतक नाना पेड़ से लटका हुआ था। बाद में दोवड़ा पुलिस की मौजूदगी में पेड़ से उतारा गया। पुलिस के अनुसार नाना लंबे समय से बीमार था और दवाइयां लेता था। मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि परेशान होकर उसने आत्महत्या की है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।