हादसे को लेकर पुलिस निरीक्षक रामेश्वर भाटी ने बताया कि खड़लई के गारतलाई फला निवासी हर्षिता (9) पुत्री ललिताशंकर बामणिया सामलिया के निजी स्कूल विजडम एरिना ऐकेडमी स्कूल में कक्षा पहली में पढ़ रही है। हर्षिता रोजाना की तरह दोपहर 2.45 बजे स्कूल बस में सवार होकर अपने घर आ रही थी। घर के पास पहुंचते ही हादसा हो गया।
बस रोकी और फिर चला दी बस चालक नेहड़ा फला सामलिया निवासी लक्ष्मण खांट ने बच्ची को उतारने के लिए निश्चित स्थान पर बस रोकी। बस रुकते ही हर्षिता उतरने के लिए दरवाजे पर आ गई। तभी चालक ने बस दोबारा से चला दी। बस के दोबारा चल पडऩे से बच्ची का संतुलन गड़बड़ा गया और वह नीचे गिर गई और बस के टायर के चपेट में आ गई।
हादसे के बाद आसपास उपस्थित लोगों ने आननफानन गंभीर हालत में बालिका को निजी वाहन से राजकीय चिकित्सालय में लाए, लेकिन वहां पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर एएसआई चंदनसिंह, कांस्टेबल सुखलाल चिकित्सालय में पहुंचे तथा परिजनों से घटना की जानकारी ली। मृतका हर्षिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघरमें रखवा आवश्यक कार्रवाई पूर्ण की।
इकलौती संतान थी
हर्षिता अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। पिता ललिताशंकर टेक्सी चलाकर तथा खेतीबाड़ी कर घर का गुजारा करता है। इस हादसे के बाद पूरे गांव के लोग स्तब्ध हैं। मां का रो-रोकर बुरा हाल
हर्षिता अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। पिता ललिताशंकर टेक्सी चलाकर तथा खेतीबाड़ी कर घर का गुजारा करता है। इस हादसे के बाद पूरे गांव के लोग स्तब्ध हैं। मां का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे के बाद रोती बिलखती बच्ची की मां ने बताया कि रोज की तरह वो बच्ची का इंतजार कर रही थी। बच्ची के लिए थाली भी लगा रखी थी कि वो आएगी तो तुरंत खाना खिला दूंगी। लेकिन क्या पता था कि अब वो नहीं आएगी। वहीं, इकलौती बेटी के साथ हुए हादसे के बाद पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है।