डूंगरपुर

Dungarpur news फर्जीवाड़ा: क्लेम उठाने के लिए किया कारनामा…

बजाज एलायंस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से फर्जी क्लेम उठाने का मामलामृतक की पत्नी व चिकित्सक गिरफ्तार

डूंगरपुरJul 06, 2019 / 10:18 am

Harmesh Tailor

मृतक की पत्नी व चिकित्सक

Dungarpur news फर्जीवाड़ा: क्लेम उठाने के लिए किया कारनामा…
मृत पति को पहले जीवित बता बीमा कराया, फिर मृत्यु बता किया क्लेम
बजाज एलायंस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से फर्जी क्लेम उठाने का मामला
मृतक की पत्नी व चिकित्सक गिरफ्तार
सागवाड़ा. पति की मृत्यु के बाद जीवित बताकर बीमा कराने और बाद में उसे दोबारा मृत बताकर बीमा राशि का क्लेम करने के मामले में पुलिस ने आरोपित महिला तथा फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाले चिकित्सक को गिरफ्तार किया। मामले में बीमा कंपनी से जुड़े कार्मिकों की भूमिका भी संदिग्ध है।
पुलिस निरीक्षक रामेश्वर भाटी के अनुसार जोधपुर हाल बजाज एलायंस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के सीनियर ब्रांच मैनेजर रूपसिंह पुत्र अशोक चौहान ने वमासा निवासी शोभा पत्नी नितेश गमोट तथा बजाज एलायंस लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नवल प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मामले की जांच एसआई पारसमल को सौंपी गई थी। जांच में सामने आया कि शोभा के पति नितेश की मृत्यु २८ सितम्बर, २०१६ को हो गई थी। नितेश की मृत्यु के बाद काका ससुर प्रभाशंकर एवं उसके रिश्तेदार संदीप पंड्या ने नितेश के दस्तावेज लेकर अपने साथी दीपक पंड्या व सुरेंद्र गामोठ के साथ मिलकर बांसवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पीटल में नितेश की मृत्यु के ११ माह बाद 22 अगस्त, 2017 को दोपहर १२.३० बजे जीवित भर्ती दिखाकर उसी रोज दोपहर 1.21 बजे मृत घोषित कराया। क्लेम उठाने की नियत से शोभा ने अपने पति नितेश की पांच लाख रुपए की बीमा पॉलिसी जारी करवाई थी।
प्रकरण में मरीज को बांसवाड़ा अस्पताल में भर्ती बताकर बाद में मृत्यु घोषित कर मृत्यु प्रमाण पत्र देने वाले चिकित्सक देलवाड़ा हाल चिकित्साधिकारी महात्मा गांधी हॉस्पीटल बांसवाड़ा के डा. राजमल पुत्र हरीशचंद्र बामणिया को भी गिरफ्तार किया। डा. बामणिया ने दीपक पंड्या सहित अन्य से १० हजार रुपए लेकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र देना स्वीकार किया। शोभा गामोठ की ओर से संदीप पण्ड्या एवं अन्यों से मृत्यु के बाद पॉलिसी कराने के बदले ५० हजार रुपए देना बताया। दीपक पंड्या, संदीप पंड्या एवं अन्य फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर जयपुर से बीमा अधिकारी सौरभ श्रीवास्तव एवं एजेंट नवल प्रजापति से मिलकर उक्त पॉलिसी करवाई थी।
गिरोह सक्रिय
जांच में पाया कि डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा क्षेत्र में दीपक एवं संदीप काफी समय से सक्रिय हैं। फर्जी एलआईसी कर क्लेम उठाते थे। इनके द्वारा बीमा की प्रीमियम राशि खुद ही जमा करवाई जाती थी तथा संबंधित कंपनी वालों से भी मिलकर लगातार इस तरह का फर्जीवाड़ा किया जाता था। उक्त गिरोह प्रतापगढ़, जयपुर, डूंगरपुर, उदयपुर एवं बांसवाड़ा तथा अलग-अलग एजेंटों के मार्फत फर्जी एलआईसी कर क्लेम किया जाता था। अनुसंधान जारी है तथा गिरोह में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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