पहले यह थे प्रावधान
कोरोना महामारी के दौरान २०२० में सभी देशों ने अपनी हवाई सेवाएं बंद कर दी थी। जब हवाई यात्रा को वापस शुरू किया, तो सभी देशों ने हवाई सफर करने के लिए ७२ घंटे से पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दी थी। कुवैत जाने एवं आने के लिए सबसे पहले आरटीपीसीआर रिपोर्ट करवानी पड़ती थी। इस दौरान प्रवासी को कहीं भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही प्रवासी को कुवैत में प्रवेश मिलता था या कुवैत से स्वदेश आ सकता था। लेकिन, रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर उसको अपने कमरे में ही १५ दिन होम क्वारंटीन रहना पड़ता था। साथ ही कुवैत सरकार को प्रति घंटे में एक बार अपनी लोकेशन के आधार पर फोटो अपलोड करना पड़ता था। हालांकि रिपोर्ट छह घंटे में प्रवासी को उपलब्ध करवा दी जाती थी। लेकिन, कभी-कभी दो से तीन दिन भी हो जाते थे। इस दौरान प्रवासी कुवैत में रोजगार नहीं कर पाता था, तो उससे उसको काफी अधिक आर्थिक हानि होती थी।
बाहर निकलते ही होती थी कार्रवाई
रिपोर्ट आने के पूर्व यदि प्रवासी के कमरे से बाहर घुमते पाए जाने पर कुवैत पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाती थी। कार्रवाई के दौरान प्रवासी को गिरफ्तार कर उस पर हजारों रुपए का जुर्माना लगाया जाता था।
यह किया बदलाव
कुवैत सरकार ने २६ फरवरी को कोरोना महामारी के नियमों में बदलाव किया है। नियमों में कुवैत से अपने देश जाने व आने वाले प्रवासियों को आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं करवानी होगी। प्रवासी अब कुवैत आने के साथ ही अपने काम पर जा सकते है।
हवाई यात्रा हुई महंगी
यूक्रेन व रूस में चल रहे तनाव का असर हवाई यात्रा पर पड़ रहा है। हवाई यात्रा की दरें लगभग तीन से चार हजार रुपए अधिक हो गई हैैं। पूर्व में अहमदाबाद से कुवैत जाने का खर्च 15 रुपए था। पर, अब 17 से 21 हजार रुपए तक हो गया है।
वागड़ के इन जिलों से जाते हैं प्रवासी
वागड़ के अधिकांश लोग कुवैत में कार्यरत है। कुवैत में डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा, सीमवाड़ा, आसपुर व बांसवाड़ा जिले के परतापुर, गढ़ी, बागीदौरा, आनन्दपुरी सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में प्रवासी खाड़ी देशों में रोजगाररत हैं।
यह समस्या भी खत्म
प्रवासी को अब आरटीपीसीआर रिपोर्ट के साथ ऑनलाइन कई दस्तावेज भी अपलोड करने पड़ते थे। इससे में भी प्रवासी को काफी समस्या आती थी। प्रवासियों को मोबाइल लेकर इधर-उधर दौडऩा पड़ता था। लेकिन, कुवैत में प्रवासी को इस समस्या से भी निजात मिली है। कुवैत में यह सभी नियम भी हटा दिए हैं।