थानाधिकारी कमलेश चौधरी ने बताया कि प्रार्थी ने दोवड़ा थाने में दी रिपोर्ट के आधार पर मामला कर पुलिस ने पिछले दिनों ही छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने विभिन्न बैंक खातों की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर मिले साक्ष्य के आधार पर टीम को उत्तरप्रदेश भेजा। यूपी के मुरादनगर निवासी सचिन पुत्र ज्ञानप्रकाश नाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो, उसने ठगी करने की वारदात को कबूला। इस पर पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई में हैडकांस्टेबल सुरेश कुमार, कांस्टेबल खुशपाल सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, योगेन्द्र सिह व हेमेन्द्र सिंह शामिल थे।
ऐसे की थी आरोपी ने ठगी थानाधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट देने वाले प्राथी के पास कुछ दिन पहले एक अनजान नम्बर से फोन आया। आदमी ने फोन पर अपने आप को दिल्ली एयरपोर्ट का कस्टम ऑफिसर बताया। उसने प्रार्थी से हवाई यात्रा से एक पार्सल आने की बात कहते हुए उसका 35700 रुपए कस्टम शुल्क अदा करने के बारे में कहा। युवक ने प्रार्थी के मोबाइल पर बैक एकाउंट की जानकारी भेजी, जिस पर कस्टम शुल्क जमा करवाया दिया। फिर से कुछ देर बाद युवक का वापस फोन आया और प्रार्थी से विदेशी मुद्रा की समस्या बताई और पार्सल की भारतीय मुद्रा के अनुसार सात लाख रुपए शुल्क बताया और उसे तत्काल जमा करवाने को कहकर पार्सल डिलीवरी छुड़वाने को कहा। प्रार्थी ने सात लाख रुपए भी जमा करवा दिए, यानि कुल 7,35,700 रुपए दे चुका। इसके बाद प्रार्थी ने उस युवक से फोन पर बात की तो, उसने ओर भी राशि की मांग की। इस पर प्रार्थी को ठगी का आभास हुआ। पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया था।