देवीय मंदिरों में दर्शनार्थ उमड़े भक्त
डूंगरपुरPublished: Oct 15, 2018 10:40:59 am
देवीय मंदिरों में दर्शनार्थ उमड़े भक्त
देवीय मंदिरों में दर्शनार्थ उमड़े भक्त
देवीय मंदिरों में दर्शनार्थ उमड़े भक्त
डूंगरपुर. देवीय उपासना एवं शक्ति संचय के महापर्व शारदीय नवरात्रि के षष्ठी बड़े इतवार के साथ आई, तो देवीय मंदिरों एवं लोक देवता स्थानकों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। शक्तिपीठों में अलसुबह से ही बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे तथा दिनभर विविधि धार्मिक अनुष्ठान कर मनोरथ सिद्ध किए। सांझ ढलते ही युवक-युवतियों एवं भीड़ गरबा चौकों पर जुट गई। यहां मध्य रात्रि के बाद तक गरबे खेल कर उत्साह का संचार किया। लोक गायकों ने एक से बढक़र एक समधुर गरबों का गायन कर माहौल में भक्तिरसधारा बहाई।
कोकापुर. नवयुवक मण्डल के निर्देशन में गरबे परवान पर है। ढोल-ढमाकों के साथ युवाओं ने गरबे खेले। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष पुरुषोतम कलाल, सचिव नवीन, भवानी सुथार, विकास मेहता, रमेश पाटीदार, हरीश पाटीदार आदि शामिल हुए। ओड गांव में देर रात्रि तक गरबे खेले। पाडवा में नवदुर्गा गरबा मंडल एवं वरदसिद्धि गरबा मण्डल के संयोजन में गरबे खेले। बस स्टैंड पर बारोट समाज के माताजी मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।
पारडाथूर. पीपलाहण धाम शक्तिपीठ में सप्तमी पर महायज्ञ होगा। इसमें क्षेत्र सहित गुजरात से भी भक्त शामिल होंगे।
बनकोड़ा. कस्बे सहित क्षेत्र के गांवों में भक्तिभाव के साथ डांडिया की धूम मची हुई है। कस्बे के अम्बा घाटी मंदिर परिसर, बस स्टेशन, आजाद चौक तथा होली चौक में युवक- युवतियां रंगीन परिधान में डांडिया खनका रहे हैं। राजीव व्यास ने पंखिड़ा तू उड़ी ने जाजे पावागढ़ रे और म्हारी महिसागर नी वाघे आडे ढोल आदि गरबो का गायन कर समूचे माहौल में मिश्री घोली। गजेन्द्र सोनी ने केसियो, मनन व्यास ने ढोल पर संगत दी, तो युवक-युवतियों ने सधे कदमों पर गरबों की ताल पर उत्साह से सराबोर होकर गरबे खेले।
आसपुर. क्षेत्र में गरबा एवं डांडिया रास की खनक के साथ मातारानी के जयकारे से गांवों की गलियां गूंज रही हैं। माताजी के पडवों एवं देवरों में भी लोकवाद्य ढोल, नगाड़ा, डाक, कुण्डी एवं खड़ताल की ध्वनि के साथ भवानी की भक्ति के गीत वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार कर रहे हैं। क्षेत्र के प्रमुख शक्तिपीठों एवं देवी मंदिरों में देर रात तक गरबों एवं नवखण्ड आरती के साथ माताजी की पूजा-अर्चना जारी है। भद्रकाली मंदिर रायकी में गरबा उत्सव प्रतियोगिता हुई। इस दौरान बीडीईओ अनोपसिंह सिसोदिया अतिथि थे। संचालन किशनसिंह राठौड़ ने किया। नागणेचा कल्याण धाम अमृतिया में नवचंडी पूजा विधान हुआ। अमृतिया सहित चामुण्ड़ामाता एवं कालिकामाता मंदिर कमला आम्बा में भी पूजा हुई।
ओबरी. कस्बे के सोनिया चौक, सूर्यकुण्ड गरबा मण्डल, बस स्टैंड गरबा मंडल व काली कल्याण धाम गरबा मंडल चौक में देर रात्रि तक गरबे खेले। युवक-युवतियों ने विभिन्न गुजराती गरबो पर रंगत जमाई। रविवार को कस्बे में प्रतिवर्ष की तरह इतवारी मेला भरा। भक्तों ने वडीखण्ड माताजी, घाटी में स्थित कल्ला राठौड़ मंदिर में श्रीफल अगरबत्ती चढ़ाकर मन्नतें ली। बस स्टैंड बाजार, सूर्यकुण्ड बाजार व सोनिया चौक बाजार से लेकर घाटी मोहल्ले तक इतवारी मेले का उल्हास बिखरा।
करावाड़ा. झौथरी तहसील क्षेत्र के गैजी विकासनगर, नैगाला, करावाड़ा, गंधवापाल, वाणियातालाब सहित आसपास के गांवों में देर रात्रि तक गरबे खेले। गांव के सिद्धि विनायक मंदिर परिसर में देर रात्रि तक गरबे खेले। चेहरमाता धाम में सुबह-शाम आरती व धार्मिक अनुष्ठान गादीपति राजा भाई के सान्निध्य में हुए। क्षेत्र के कल्लाजी मंदिर करावाड़ा, भाणासीमल एवं बांसिया में भी नवरात्रि पर्व पर सुबह सें देर शाम तक भीड़ देखी गई।
कुंआ. अम्बामाता मंदिर में बड़े इतवार पर भक्तों ने पूजा की। चौक में देर रात्रि तक ऑर्केस्ट्रा और डीजे पर डांडियारास खेला।
सरोदा. गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में गरबों की धूम परवान पर है। पादरड़ी बड़ी, सामलिया, कराड़ा, वमासा आदि गांवों में शक्ति आराधना के इस पावन पर्व पर लोगों में काफी उत्साह है। लोग उपवास तथा शक्ति आराधना के साथ देवी मंदिरों में दर्शनार्थ उमड़े।
पीठ. शारदीय नवरात्रि पर्व के गरबा स्थानकों पर श्रद्धालुओं ने मां अम्बा के दर्शन कर पूजा की। कस्बे के परवड़ी चौक, पीपली चौक, खोडियार माता मंदिर, बोरणीमाता मंदिर सहित आस पास के गंावों बांकड़ा, नयागांव, कनबा, भचडिय़ा, डूंका, अमरपुरा, झरनी, सरथुना, पुनावाड़ा, ढूंढरिया, निठाऊआ में समाज द्वारा स्थापित गरबों स्थानकों पर श्रद्धालुओं ने देररात्रि तक गरबे खेले।
सागवाड़ा. गोवद्र्धन विद्याविहार खडगदा में शिक्षाविद् जयदेव दीक्षित, वेदाध्यापक चेतन रावल एवं संस्था सचिव शिवनारायण दीक्षित के मार्गदर्शन में शारदीय नवरात्रि के अनुष्ठान की पूर्णाहुति हुई। मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री कनकमल कटारा एवं विशिष्ट अतिथि नयन कटारा थे। प्रारम्भ में वेदपाठी छात्रों ने समेवत स्वर में शतचण्डी पाठ किया। पंडित दीक्षित ने बताया कि हर वर्ष विश्व कल्याण की कामनार्थ महायज्ञ किया जाता है। इस दौरान डा. नरेन्द्रभट्ट, डा. रवीन्द्र पण्ड्या, समाजसेवी रविशंकरभट्ट, डा. लालशंकर पाटीदार, मानशंकर पाटीदार, डा. विनोद पुरोहित, भूपेन्द्रप्रसाद दवे, कीर्ति सर्राफ, भगवतीप्रसाद रावल, लवजी पाटीदार, वैभव गोवाडिया, डा. विमलेश पण्ड्या, डा. रमेशभट्ट, दत्तप्रसाद दवे व जगदीशप्रसाद शर्मा मौजूद थे।
बिछीवाड़ा. कस्बे के नीलकण्ठ महादेव मंदिर परिसर, लबाना बस्ती, बाबारामदेव मंदिर आदि में नवरात्रि पर्व को लेकर गरबों की धूम मची है। देर रात तक गरबें खेले जा रहे है। क्षेत्र के छापी, बरोठी, मोदर, चुण्डावाड़ा आदि गांवों में भी देर रात तक गरबों का आयोजन हो रहा है।
रामसौर. गांव सहित क्षेत्र के जसैला, तंबोलिया, नैनसावा, उबली, गड़ा मेड़तिया सहित आस पास के गांवों में देवीय उपासना का दौर चरम पर है। रविवार को बड़ा इतवार के चलते गांवों में माता की प्रतिमाओं का शृंगार किया। ग्रामीण अंचलों में इन दिनों रात होते ही गरबों पर श्रद्धालु झूम उठते हैं।
निराश्रित बच्चों ने खेला गरबा
कोकापुर. उदयपुर में नीम फाउंडेशन ने निराश्रित बच्चों के साथ गरबा खेला। सभी बच्चों को माता की चुनरी और डांडिया भेंट किए। नीम फाउंडेशन की फाउंडर मूलत: जिले की रोशनी बारोट ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिन शहर के अलग-अलग निराश्रित, दृष्टिहिन, दिव्यांग बच्चों के साथ इसी तरह से गरबा खेल कर मनाया जाएगा।