आदिवासी अंचल में मौताणा प्रथा प्रचलित है। इसमें हादसे या किसी अन्य आकस्मिक घटना में किसी मृत्यु होने पर संबंधित जिम्मेदार व्यक्ति या परिवार से आर्थिक सहायता की मांग की जाती है। पीडि़त पक्ष को त्वरित राहत देने के उद्देश्य से प्रचलित यह प्रथा अब विकृत हो चुकी है। मौताणे की मांग को लेकर तोडफ़ोड़ व आगजनी तक की घटनाएं होने लगी हैं। हालांकि इस पर काफी हद तक अंकुश लगा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में यह घटनाएं फिर बढऩे लगी हैं।