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कुवैत और किर्गिस्तान में फंसे कामगार और विद्यार्थी स्वदेश लौटे

locationडूंगरपुरPublished: Jul 03, 2020 05:27:19 pm

Submitted by:

Harmesh Tailor

डूंगरपुर. कोविड महामारी के दौर में अपनों से दूर विदेशों में फंसे लोगों की स्वदेश वापसी जारी है। जोधपुर सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के प्रयासों के चलते राजस्थान के 295 से ज्यादा प्रवासी वतन लौट आए हैं। यह सभी लोग कुवैत और किर्गिस्तान में फंसे हुए थे। केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव चिराग पंचाल ने बताया कि वैश्विक महामारी के बाद से विदेश में फंसे राजस्थानी प्रवासियों को यहां लाने की कोशिश सतत जारी है, जिसके लिए केन्द्रीय मंत्री निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। पिछले 2-3 दिन में ही अ

कुवैत और किर्गिस्तान में फंसे कामगार और विद्यार्थी स्वदेश लौटे

कुवैत और किर्गिस्तान में फंसे कामगार और विद्यार्थी स्वदेश लौटे

कुवैत और किर्गिस्तान में फंसे कामगार और विद्यार्थी स्वदेश लौटे
डूंगरपुर के 55 और बांसवाड़ा के 41 लोगों की हुई वापसी
डूंगरपुर. कोविड महामारी के दौर में अपनों से दूर विदेशों में फंसे लोगों की स्वदेश वापसी जारी है। जोधपुर सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के प्रयासों के चलते राजस्थान के 295 से ज्यादा प्रवासी वतन लौट आए हैं। यह सभी लोग कुवैत और किर्गिस्तान में फंसे हुए थे।
केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव चिराग पंचाल ने बताया कि वैश्विक महामारी के बाद से विदेश में फंसे राजस्थानी प्रवासियों को यहां लाने की कोशिश सतत जारी है, जिसके लिए केन्द्रीय मंत्री निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। पिछले 2-3 दिन में ही अनेक प्रवासी भारत पहुंचे हैं। यह सभी कामगार एवम् विद्यार्थी है। कुवैत से आने वाले कामगारों में डूंगरपुर के 55, बांसवाड़ा के 41, अजमेर के दो, बाड़मेर के दो, बीकानेर का एक, चूरु के 11, धौलपुर का एक, हनुमानगढ़ के पांच, जयपुर के छह, झुंझुनूं के 14, कोटा के दो, नागौर के पांच, प्रतापगढ़ के छह, राजसमंद का एक, सीकर के 27 और उदयपुर के 16 लोग शामिल हैं। कुवैत से स्वदेश लौटे अन्य लोगों ने ट्वीट करके केंद्रीय मंत्री शेखावत का धन्यवाद भी दिया।
किर्गिस्तान से आए 100 विद्यार्थी
पंचाल ने बताया कि किर्गिस्तान में फंसे अनेकों विद्यार्थियों ने भी केंद्रीय मंत्री के कार्यालय में संपर्क साधा और वागड़, मेवाड़ और मारवाड़ के 100 से अधिक छात्र-छात्राओं के विदेश में फंसे होने की जानकारी मिली। इस पर शेखावत मदद को आगे आए जिसके बाद ये 100 छात्र भारत लौट गए हैं। किर्गिस्तान में भारतीय राजदूत ने आश्वासन दिया कि उन्होंने कई फ्लाइट राजस्थान के छात्रों को भारत भेजने के लिए लगाई हैं। बहुत जल्दी सारे छात्र अपने घर पहुंच जाएंगे। गौरतलब है कि शेखावत के प्रयासों से अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की वतन वापसी हो चुकी हैं। इतना ही नहीं, कोरोना के दौरान विदेशों में किसी की मृत्यु हो जाने पर भी वहां फंसी पार्थिव देहों को भी भारत में परिजनों तक पहुंचाने के प्रयास किए हैं।
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