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650 किमी दूर से आया पॉजिटिव प्रवासी, रिपोर्ट दिखाई, फिर भी जांच के लिए खड़ा किया लाइन में

locationडूंगरपुरPublished: Apr 14, 2021 07:04:49 pm

Submitted by:

Harmesh Tailor

डूंगरपुर. कोविड संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रशासन और चिकित्सा विभाग स्वयं को मुस्तैद दिखाने के जतन कर रहे हैं, वहीं दूसरी अेार सोमवार को एक बड़ी लापरवाही सामने आई। एक कोरोना संक्रमित प्रवासी 650 किलोमीटर की यात्रा कर डूंगरपुर जिले में आया। रास्ते में और यहां तक की बॉर्डर पर भी किसी ने उसे नहीं टोका। संक्रमित सीधा कोविड हॉस्पीटल पहुंचा, लेकिन यहां चिकित्सा टीम ने उसे भर्ती करने के बजाए दोबारा जांच कराने के लिए लाइन में खड़ा कर दिया।

650 किमी दूर से आया पॉजिटिव प्रवासी, रिपोर्ट दिखाई, फिर भी जांच के लिए खड़ा किया लाइन में

650 किमी दूर से आया पॉजिटिव प्रवासी, रिपोर्ट दिखाई, फिर भी जांच के लिए खड़ा किया लाइन में

डूंगरपुर. कोविड संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रशासन और चिकित्सा विभाग स्वयं को मुस्तैद दिखाने के जतन कर रहे हैं, वहीं दूसरी अेार सोमवार को एक बड़ी लापरवाही सामने आई। एक कोरोना संक्रमित प्रवासी 650 किलोमीटर की यात्रा कर डूंगरपुर जिले में आया। रास्ते में और यहां तक की बॉर्डर पर भी किसी ने उसे नहीं टोका। संक्रमित सीधा कोविड हॉस्पीटल पहुंचा, लेकिन यहां चिकित्सा टीम ने उसे भर्ती करने के बजाए दोबारा जांच कराने के लिए लाइन में खड़ा कर दिया।
इस तरह शुरू हुआ सफर
जिले के घुघरा गांव का एक युवक पिछले कुछ सालों से अहमदाबाद में मजदूरी करता था। पिछले वर्ष लॉकडाउन होने पर वह घर आया। यहां पर मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करने लगा। लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह मुंबई गया और वहां पर एक होटल में कार्य करने लगा। होली पर अपने घर आया और त्यौहार मनाकर वापस महाराष्ट्र चला गया। पांच दिन पहले अचानक उसकी तबीयत खराब हुई।
वहां ०९ अप्रैल को कोविड़ जांच करवाई। उसमें वह कोरोना पॉजिटिव चिन्हित हुआ। परदेश में कोई देखरेख करने वाला नहीं होने से वह घर आने निकल गया। बस में बैठ कर सोमवार सुबह मोतली मोड़ उतरा। वहां से एक कार में बैठकर सीधा हॉस्पीटल पहुंचा।
कोरोना मरीज को खड़ा कर दिया लाइन में
मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी तथा वह खड़ा भी नहीं रह पा रहा था। हॉस्पीटल पहुंच कर गांव के मित्रों को फोन कर सूचना दी। इस पर दो-तीन मित्र अस्पताल आए। मरीज को कोविड चिकित्सालय में भर्ती कराने ले गए। काउंटर पर महाराष्ट्र की कोरोना रिपोर्ट दिखाई। इसके बावजूद चिकित्सा टीम ने उसे दोबारा कोविड जांच कराने के लिए लाइन में खड़ा कर दिया। काफी देर तक वह लाइन में खड़ा रहा। मित्रों ने इस पर आपत्ति जताई। तब कहीं जाकर उसे भर्ती किया गया।
आदेशों की धज्जियां
कोरोना संक्रमण बढने के साथ जिला कलक्टर सुरेश ओला ने गुजरात से आने वाले वाहनों को बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के जिले में प्रवेश नहीं देने के आदेश जारी किए थे। रतनपुर बॉर्डर पर टीमें भी लगाई गई थी। आदेश की पालना केवल दो दिन तक रही। इसके बाद बिना रोक टोक के लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है।
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