खेरवाड़ा थानाधिकारी ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
डूंगरपुरPublished: Feb 11, 2020 07:21:38 pm
डूंगरपुर. उदयपुर जिले के खेरवाड़ा थाने के थानाधिकारी भंवरलाल विश्नोई को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते दबोचा। थानाधिकारी मारपीट के एक मामले को हल्का करने की एवज में एक व्यापारी से रिश्वत ले रहा था।यह था मामला
खेरवाड़ा थानाधिकारी ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
खेरवाड़ा थानाधिकारी ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई
मुकदमे में धाराएं कम करने की एवज में मांगी थी रिश्वत
डूंगरपुर.
उदयपुर जिले के खेरवाड़ा थाने के थानाधिकारी भंवरलाल विश्नोई को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते दबोचा। थानाधिकारी मारपीट के एक मामले को हल्का करने की एवज में एक व्यापारी से रिश्वत ले रहा था।
यह था मामला
एसीबी उपाधीक्षक गुलाबसिंह कटारा ने बताया कि खेरवाड़ा निवासी अमित बालेश्वर ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज दी। इसमें बताया कि प्रार्थी की खेरवाड़ा में निर्माण सामग्री की दुकान पर कुछ दिनों पहले मारपीट की घटना हुई थी। विष्णुनगर लूणी जोधपुर निवासी हाल खेरवाड़ा थानाधिकारी भंवरलाल पुत्र मालाजी विश्रोई ने रिपोर्ट में धाराएं कम करने की एवज में साढे चार लाख रुपए रिश्वत मांगी। बाद में चार लाख रुपए में बात तय हुई। थानाधिकारी ने प्रार्थी से पूर्व में डेढ लाख प्राप्त कर लिए थे। शेष ढाई लाख रूपए देने को कहा।
निवास पर दबोचा
ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया। इसके बाद मंगलवार को ट्रेप कार्रवाई की योजना बनाई। परिवादी को रिश्वत राशि के साथ थानाधिकारी के निवास पर भेजा। विश्नोई ने राशि ले ली। इस बीच इशारा पाकर टीम ने उसे दबोच कर रिश्वत के ढाई लाख रुपए बरामद किए। साथ ही विश्नोई के हाथ धुलवाए इस पर नोट पर लगे केमिकल का रंग निकल आया।
जो धारा एफआईआर में थी ही नहीं, उसे हटाने के लिए मांगी रिश्वत
उपाधीक्षक कटारा ने बताया कि थानाधिकारी ने परिवादी से एफआईआर में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 452 हटाने की एवज में रिश्वत मांगी, जबकि यह धारा मूल एफआईआर में थी ही नहीं। थानाधिकारी ने ऊपर से दबाव होने की बात कहते हुए परिवादी को झांसे में लेकर डरा धमका कर रिश्वत मांगी। इतना ही नहीं परिवादी को तीन-चार दिन के लिए खेरवाड़ा से बाहर भी भेज दिया था।
पांच दिन पहले हो चुका है तबादला
थानाधिकारी विश्नोई का खेरवाड़ा से पांच दिन पहले ही तबादला हो चुका था। गत 7 फरवरी को पुलिस महानिरीक्षक विनितासिंह ने दो उपनिरीक्षकों की तबादला सूची जारी की थी। इसमें विश्नोई का स्थानांतरण बांसवाड़ा किया गया था। इसके बावजूद विश्नोई रिलीव नहीं हुए थे।
इस टीम ने की कार्रवाई
थानाधिकारी को इतनी बड़ी राशि के साथ दबोचने वाले एसीबी टीम में उपाधीक्षक सहित दिलीपसिंह, पंकज कुमार, धीरेन्द्र सिंह, नारायणलाल, गणेश प्रसाद, राजेश कुमार व महिला कांस्टेबल चेतना सहित बांसवाड़ा ब्यूरो का जाप्ता भी शामिल रहा।
छह दिन में दो पुलिसकर्मीयों पर कार्रवाई
एसबी की ओर से छह दिन में दो पुलिसकर्मीयों पर रिश्वत लेते कार्रवाई की गई है ब्यूरों की ओर से पांच फरवरी को सरथूना के चौकी प्रभारी को तीन हजार की रिश्चत लेते गिरफ्तार किया गया था।