डूंगरपुर

रो-रो के सुख गए आंसू, अब होंगे अपनों के अंतिम दर्शन

कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच खाड़ी देशों में रोजगाररत वागड़वासियों की स्थितियां दिनों दिन वहां विकट होती जा रही हैं। अब तक कुवैत में कोरोना से डूंगरपुर के आधा दर्जन से अधिक लोगों की मृत्यु होना सामने आ चुका है।

डूंगरपुरJun 02, 2020 / 08:56 am

Harmesh Tailor

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डूंगरपुर. कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच खाड़ी देशों में रोजगाररत वागड़वासियों की स्थितियां दिनों दिन वहां विकट होती जा रही हैं। अब तक कुवैत में कोरोना से डूंगरपुर के आधा दर्जन से अधिक लोगों की मृत्यु होना सामने आ चुका है। उनके अंतिम दर्शन तक परिवारजनों को नसीब नहीं हुए।

वहीं महामारी के खौफ और लॉकडाउन के चलते वहां सामान्य मृत्यु पर भी शव भारत लाने में ढेरों परेशानियां आ रही हैं। वागड़ के ऐसे ही दो परिवार की पिछले 15-20 दिनों से रो-रो की बुरी हालत हैं। आंख के आंसू तक सुख चुके हैं। आखिरकार अब केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत की विशेष पहल पर डूंगरपुर और बांसवाड़ा के एक-एक शख्स की देह आगामी दो जून को कतर एयरलाइंस से अहदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगी।


14 मई से इंतजार
डूंगरपुर जिले की बिछीवाड़ा तहसील अंतर्गत चुण्डावाड़ा निवासी नारायणलाल पुत्र रूपाजी नाई की गत 14 मई को कुवैत में हृदयगति रूकने से मृत्यु हो गई थी। नारायण के भानजे बालदिया निवासी दिनेश भाटिया ने बताया कि मामा नारायणलाल कुवैत में बाल कटिंग का ही काम करते थे। उनके दो बेटे हैं राहुल व सोनू। एक बेटी है जिसकी शादी हो चुकी है। मृत्यु के बाद से लगातार शव भारत लाने के लिए प्रयासरत थे। केंद्रीय मंत्री शेखावत तथा उनके निजी सचिव भीलूड़ा निवासी चिराग पंचाल के सहयोग से अब संभव हो पा रहा है।


बेटे की शादी कराकर गया, अब देह का इंतजार
बांसवाड़ा शहर के तेलीवाड़ा निवासी नटवरलाल (48) बरोडिया पुत्र बलदेव तेली गत 26 फरवरी को बेटे की शादी होने से कुवैत से घर आए थे। एकामा खत्म होने का समय आने से 5 मार्च को ही वापस कुवैत गए थे। मृतक के ममेरे भाई योगेश तेली ने बताया कि पाश्र्व भाग में फुंसी होने पर 1 मई को उन्हें कुवैत के अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां 19 मई को निधन हो गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साइलेंट हार्टअटैक होना बताया गया है।

कई दिनों से चल रहे थे प्रयास
दोनों मृतकों के परिजन शव को भारत लाने के लिए काफी दिनों से केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव पंचाल से संपर्क में थे। सांसद कनकमल कटारा और केंद्रीय मंत्री शेखावत की पहल पर कुवैत दुतावास से जुड़े एक एनजीओ की मदद से अब दोनों की देह 2 जून को पहुंचेगी।

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