कक्षा 10वीं में न्यूनतम 50 प्रतिशत या अधिक अंकों से उत्तीर्ण कर सत्र 2020-21 मेें राजकीय विद्यालय में कक्षा 11 में अध्ययनरत छात्रा को दो हजार रुपए पांच वर्ष की अवधि के लिए देय होंगे। कक्षा 12वीं में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों से अधिक अंक लाकर स्नातक के प्रथम वर्ष में दाखिला लेने पर 4000 हजार रुपए देय होंगे। स्नातक उत्तीर्ण करने उपरांत छात्रा राशि आहरित करवा सकेगी।
यह रहेगी पात्रता
शैक्षिक सत्र 2017-18 में किसी बालिका ने केजीबीवी से आठवीं उत्तीर्ण शैक्षिक सत्र 2019-20 में किसी राजकीय विद्यालय में अध्ययन कर 50 प्रतिशत अथवा इससे अधिक अंक हासिल कर 10वीं उत्तीर्ण की हो तथा शैक्षिक सत्र 2020-21 में किसी राजकीय विद्यालय में कक्षा 11वीं में अध्ययनरत हो। वहीं, शैक्षिक सत्र 2019-20 में किसी राजकीय विद्यालय में अध्ययन कर कक्षा 12वीं में 50 प्रतिशत अथवा इससे अधिक अंक से 12वीं उत्तीर्ण कर 2020-21 में किसी राजकीय एवं गैर राजकीय महाविद्यालय में स्नातक स्तर के प्रथम वर्ष में दाखिला लिया हो।
योजना के तहत एक बार पात्र हुई बालिकाओं को योजना के तहत देय न्यूनतम शिक्षा अर्जित करनी जरूरी होगी। यदि बालिका बीच में अध्ययन छोड़ देती है, तो वह योजना के तहत अपात्र हो जाएगी और उसे कोई भी राशि नहीं मिलेगी। बाद में इस राशि पर सीधा स्वामित्व राज्य सरकार का हो जाएगा।
. बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह योजना संचालित हो रही है। जल्द ही पात्र बालिकाओं के प्रस्ताव बनाकर निदेशक को प्रेषित किए जाएंगे।
– मणिलाल छगण, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी
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