कहते है जब बूरे दिन आते हैं, तो चारों तरफ से आते हैं। कुछ ऐसा ही मार्मिक वाक्या सामने आया है आसपुर तहसील अंतर्गत गोठड़ा गांव के गोवर्धनलाल चौबीसा के परिवार के साथ। लॉकडाउन के चलते मुम्बई में अपनी चाय की लॉरी चला कर परिवार का गुजारा बसेरा कर रहे चौबीसा का काम धंधा छूटा और वह यहां वापस लौटे तो उन्हें 14 दिन के लिए गांव में ही क्वॉरंटीन कर दिया है। वहीं, पीछे से उनके पुत्र की बीमारी गंभीर अवस्था में पहुंच गई है और उपचार के लिए अहमदाबाद के डॉक्टरों ने 15 से 20 लाख रुपए का खर्चा बताया है। अब आर्थिक रुप से कमजोर परिवार को सर्वसमाज एवं सरकार एवं प्रशासन से उम्मीद की दरकार है।
उमित के छोटे भाई मयूर ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व भाई के प्लेट लेट्स कम होने की समस्या शुरू हो गई थी। इस पर बार-बार उसे ब्लड चढ़ाना पड़ता है। अब डॉक्टर बता रहे है कि बॉर्न मेरो रिप्लसमेंट करना होगा। भाई के पूर्व में चले उपचार में काफी खर्च हो गया। मेरो बॉर्न मेरा भाई से मिल रहा है और मैं देने को तैयार हूं। सरकार एवं प्रशासन मदद करें, तो भाई की स्वस्थ हो सकता है। परिवार स्टेट बीपीएल सूची में शामिल है। आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है।
सोशल मीडिया पर उमित के भाई एवं परिवारजन की ओर से संदेश वायरल करने के बाद कई भामाशाह आर्थिक सहयोग बैंक खाते में जमा करवा रहे हैं। यदि भामाशाह उमित के स्वास्थ्य लाभ के लिए आर्थिक सहयोग देना चाहे तो उनके बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा पूंजपुर, आईएफएससी कोड बीएआरबी जीरो पीयूएनजेपीयू है तथा खाता संख्या 14510100013550 है। खाता गोवर्धनलाल चौबीसा के नाम से हैं।