विधायक घोघरा ने बताया कि मोतली मोड़ के समीप बाबूलाल का एक ढाबा है। मंगलवार रात करीब आठ बजे दो पुलिस कर्मी उसके घर गए और खाना खिलाने की बात कही। ढाबा मालिक ने ढाबा बंद होना बताया। इस पर मारपीट कर उसे जबरन थाने पर लाए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। विधायक ने आरेाप लगाया कि पुलिस ने बाबूलाल के खिलाफ ढाबे पर सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं करने व राजकार्य में बाधा पहुंचाने व पुलिस कर्मी की वर्दी फाडऩे का कथित तौर पर झूठा प्रकरण दर्ज कर लिया। धरना स्थल पर मौजूद अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी पुलिस पर चौथ वसूली के आरोप लगाए।
धरना स्थल पर एएसपी मीणा से कहा कि आप जनता के लिए कार्रवाई नहीं करते हो तो मैं अपनी जनता के लिए विधायक पद से इस्तीफा दे दूं. .। उन्होंने कांकरी डूंगरी प्रकरण में भी निर्दोषों के खिलाफ कार्रवाई के आरोप लगाए।
उधर, विधायक की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल बाबूलाल का रिकार्ड खंगाला। इसमें सामने आया कि उक्त व्यक्ति अवैध शराब बेचने के काम से जुड़ा हुआ है। उसके खिलाफ वर्ष 2018 में सदर थाने में तथा वर्ष 2021 में आबकारी विभाग में अवैध रूप से शराब रखने और बेचने के प्रकरण दर्ज हैं।
पूरे प्रकरण में पुलिस का दावा है कि मोतली मोड़ पर स्थित ढाबे में बाबूलाल अवैध शराब का काम करता है। मंगलवार रात को पुलिस कार्रवाई के लिए गई थी। उस समय बाबूलाल ने नशे में पुलिस से दुव्र्यवहार किया। इस पर उसे उठा कर जीप में बिठाया था। इस बीच परिवार के अन्य लोग भी आ गए थे।
विधायक की शिकायत मिली है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को पूरे प्रकरण की तथ्यात्मक जांच के निर्देश दिए हैं। जांच में यदि पुलिसकर्मियों की ओर से कुछ गलत करना सामने आया तो संबंधितों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
सुधीर जोशी, पुलिस अधीक्षक, डूंगरपुर