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जिम्मेदार ही बने गैर-जिम्मेदार, जनता पर ठोक रहे जुर्माना

locationडूंगरपुरPublished: May 08, 2021 04:28:10 pm

Submitted by:

Harmesh Tailor

डूंगरपुर. पिछड़े और आर्थिक रुप से कमजोर डूंगरपुर की जनता डेढ़ साल से कोरोना संक्रमण की दृष्टि से होट स्पॉट बना हुआ है। कुछ लोगों को छोड़ दिया जाए, तो अधिकांश जनता की आजीविका पर कोरोना ने सीधा प्रहार किया है। इस पर भी कोविड की दूसरी लहर ने हर वर्ग को अपनी चपेट में ले लिया हैं। ऐसे में जन अनुशासन और रेड अलर्ट पखवाड़े के दरम्यान शहर की यातायात पुलिस ने तुगलगी फरमान जारी कर हेलमेट अनिवार्य कर दिया है। जबकि, बाजार बंद है और चाह कर भी कोई भी वाहन चालक हेलमेट खरीद नहीं पा रहे हैं। ऐसे में रोज यातायात प

जिम्मेदार ही बने गैर-जिम्मेदार, जनता पर ठोक रहे जुर्माना

जिम्मेदार ही बने गैर-जिम्मेदार, जनता पर ठोक रहे जुर्माना

डूंगरपुर. पिछड़े और आर्थिक रुप से कमजोर डूंगरपुर की जनता डेढ़ साल से कोरोना संक्रमण की दृष्टि से होट स्पॉट बना हुआ है। कुछ लोगों को छोड़ दिया जाए, तो अधिकांश जनता की आजीविका पर कोरोना ने सीधा प्रहार किया है। इस पर भी कोविड की दूसरी लहर ने हर वर्ग को अपनी चपेट में ले लिया हैं। ऐसे में जन अनुशासन और रेड अलर्ट पखवाड़े के दरम्यान शहर की यातायात पुलिस ने तुगलगी फरमान जारी कर हेलमेट अनिवार्य कर दिया है। जबकि, बाजार बंद है और चाह कर भी कोई भी वाहन चालक हेलमेट खरीद नहीं पा रहे हैं। ऐसे में रोज यातायात पुलिस गली-नुक्कड़ और चोराहों पर खड़ी होकर मजबूर जनता पर जुर्माने ठोक रही हैं।
जबकि, इस अभियान की स्वयं यातायात पुलिसकर्मी ही खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं। बिना हेलमेट के पूरा दिन पूरे शहर में सरपट दौड़ते इन यातायात पुलिसकर्मियों को देख जनता स्वयं को ठगा महसूस कर रही है और सहज ही कह रही है कि जिम्मेदार इनका चालान काटे तो बड़ी बात हैं।
कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान ही यातायात प्रभारी कमलेश चौधरी ने शहर में हेलमेट अनिवार्य अभियान चला रखा है। जबकि, फिलहाल रेड अलर्ट पखवाड़ा चल रहा है और सरकार ने सुबह छह से 11 बजे तक लोगों को जरूरत की वस्तुएं करने की छूट दी है। ऐसे में लोग आवश्यक होने पर बाइक-स्कूटी पर निकल रहे हैं। लोग जैसे ही निकलते हैं यातायात पुलिस गिद्ध निगाह से तकते हुए बिना हेलमेट वाले चालकों को रोक कर सीधे चाबी निकाल देती है और बिना किसी जांच-पड़ताल के सीधे पांच सौ रुपए का जुर्माना वसूल रही है। लेकिन, चौराहों और गली-नुक्कड़ पर आमजन का चालान बनाने वाली यातायात पुलिस स्वयं ही शुक्रवार को बिना हेलमेट के मोटर साइकिल पर सरपट दौड़ती नजर आई। ताजूब्ब की बात यह रही कि दिनभर चौपहिया वाहन में बैठकर वायरलेस पर हेलमेट-हेलमेट की रट लगाने वाले स्वयं यातायात प्रभारी अपने ही कार्मिकों को हेलमेट पहनने की नसीहत देते नहीं सुनाई दिए।
नियमों की पालना नहीं
यातायात प्रभारी की ओर सड़क सुरक्षा को लेकर वायरलेस के माध्यम से लोगों को हेलमेट पहनने की अनिवार्यता के बारे में बता रहे हैं। वहीं, स्वयं प्रभारी ही अपने वाहन में बिना सीट बेल्ट बांधे पूरे शहर में घूमते हैं। ऐसे में जनता सहज कहती है कि खुद के लिए कोई नियम-कायदे नहीं है।
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