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वागड़ के मीठे आमों की उदयपुर मंडी में भी मांग

locationडूंगरपुरPublished: Jul 05, 2021 05:16:34 pm

Submitted by:

Harmesh Tailor

डूंगरपुर. आसपुर वागड़ के मीठे और रसीले आम का जहां अब अंतिम दौर चल रहा है, वहीं इन दिनों बाजार में पके आमों की आवक बढऩे से लोगों को कम दाम में इनका स्वाद मिल रहा है। केवल बाजार ही नहीं उदयपुर-बांसवाड़ा स्टेट हाईवे एवं आसपुर से डूंगरपुर व सागवाड़ा के मुख्य रास्तों पर लोग जगह-जगह पके आम से भरे टोकरे लेकर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे है। वागड़ परगने में आसपुर ब्लॉक आम के उत्पादन में दशकों से अग्रणी रहा है। वहीं उदयपुर मंडी में आसपुर इलाके के आमों की अधिक मांग भी है। इस वर्ष भी पिछले डेढ़ माह से आसपुर

वागड़ के मीठे आमों की उदयपुर मंडी में भी मांग

वागड़ के मीठे आमों की उदयपुर मंडी में भी मांग

डूंगरपुर. आसपुर वागड़ के मीठे और रसीले आम का जहां अब अंतिम दौर चल रहा है, वहीं इन दिनों बाजार में पके आमों की आवक बढऩे से लोगों को कम दाम में इनका स्वाद मिल रहा है। केवल बाजार ही नहीं उदयपुर-बांसवाड़ा स्टेट हाईवे एवं आसपुर से डूंगरपुर व सागवाड़ा के मुख्य रास्तों पर लोग जगह-जगह पके आम से भरे टोकरे लेकर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे है। वागड़ परगने में आसपुर ब्लॉक आम के उत्पादन में दशकों से अग्रणी रहा है। वहीं उदयपुर मंडी में आसपुर इलाके के आमों की अधिक मांग भी है। इस वर्ष भी पिछले डेढ़ माह से आसपुर ब्लॉक से हर रोज भारी मात्रा में ताजा आम उदयपुर मंडी के लिए लोड हो रहे है। इधर, अंतिम खेप के आम जिन्हें यहां लोक भाषा में भादवी आम कहते है, की तुड़ाई जारी है जो लगभग 10 जुलाई तक ही चलने की संभावना है।
यह है आमों की विशेषता
यहां तीन प्रकार के देशी आम होते है जो मीठे तो है हीं विशेष भी है। इसमें पहली किस्म के पतले छिलके वाले आम है जिसमें रस भी पतला और गुठली भी छोटी होती है। इस आम के रस से पापड़ अच्छे बनते है। दूसरा यहां बडे और मोटे छिलके के आम होते है जिनका रस बनाकर सेवन करना पसंद किया जाता है। तीसरी किस्म के रेशेदार आम जिनमें खटास अधिक व मिठास कम होती है। इन्हें अचार बनाने में प्रयुक्त किया जाता है। वर्तमान में आम की बहार समापन की ओर है तो इसके बाद अगले एक माह तक बाजार में देशावरी आम नीलम, तोतापुरी, लंगड़ा, बादाम व हापुस आदि की बाजार में उपलब्धता रहेगी।
इनका कहना है…
उदयपुर के व्यापारी फारुख भाई कुंजड़ा का कहना है कि मेरे परदादा अकबर बॉ, दादा सूडा बॉ, चांद बॉ व लाल मोहम्मद के जमाने से ही आसपुर इलाके के आम उदयपुर मंडी में मशहूर है और हाथों हाथ बिकता रहा है। वर्तमान में इस इलाके के आमों की उदयपुर में काफी मांग है।
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