चलती है गाड़ी, उड़ती है धूल, वोट लेकर नेता गए भूल
डूंगरपुरPublished: Nov 22, 2022 10:53:28 am
डूंगरपुर. डूंगरपुर शहर स्वच्छता, सुंदरता और पर्यावरण के लिहाज से विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ चुका है। लेकिन, उसी शहर से सटी एकलव्य कॉलोनी में गांवों से भी बदत्तर हालात हो गए हैं। पर, शहर और गांव दोनों की सरकारों के बीच एकलव्य कॉलोनी उपेक्षा की भंवर में उलझती जा रही है। ऐसे में शहर में रहने के बावजूद लोग बुनियादी जरूरतों के लिए दो-दो हाथ कर रहे हैं। पर, उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। स्थितियां यह है यहां कई वर्षों से सडक़ें नहीं बनी हैं, तो नालियां तो अपना वजूद ही खो चुकी हैं। रोड लाइटों के लि


चलती है गाड़ी, उड़ती है धूल, वोट लेकर नेता गए भूल
चलती है गाड़ी, उड़ती है धूल, वोट लेकर नेता गए भूल
एकलव्य कॉलोनीवासी हैं परेशान
डूंगरपुर. डूंगरपुर शहर स्वच्छता, सुंदरता और पर्यावरण के लिहाज से विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ चुका है। लेकिन, उसी शहर से सटी एकलव्य कॉलोनी में गांवों से भी बदत्तर हालात हो गए हैं। पर, शहर और गांव दोनों की सरकारों के बीच एकलव्य कॉलोनी उपेक्षा की भंवर में उलझती जा रही है। ऐसे में शहर में रहने के बावजूद लोग बुनियादी जरूरतों के लिए दो-दो हाथ कर रहे हैं। पर, उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। स्थितियां यह है यहां कई वर्षों से सडक़ें नहीं बनी हैं, तो नालियां तो अपना वजूद ही खो चुकी हैं। रोड लाइटों के लिए पोल खड़े हैं। रात होते ही अंधेरा पसर जाता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यह कॉलोनी शहर में है या गोकुलपुरा पंचायत क्षेत्र में आती हैं।
टूटी सडक़ें दे रही हर पल दर्द
एकलव्य कॉलोनी में कई वर्षों से सडक़ निर्माण का कार्य नहीं हुआ है। कॉलोनी में जगह-जगह सडक़ क्षतिग्रस्त हो गई है। कॉलोनी में टूटी सडक़ें हर पल कॉलोनीवासियों को दर्द दे रही हैं। सडक़ों पर बड़े-बड़े गड्ढ़े पड़ गए है। पर, कोई धणी-धोरी नहीं है। क्षेत्र में नालियों का भी अभाव है। इससे घरों का गंदा पानी सीधे सडक़ों पर पसर रहा है। इससे सडक़ों पर वाहनों के गुजरने पर पानी उड़ता है। गंदे पानी में मच्छर भी पनप रहे हैं। इससे कॉलोनीवासी बीमार भी हो रहे हैं।
लोग परेशान, सुनवाई नहीं
कॉलोनी में विद्युत पोल लगे हुए हैं। पर, रोड लाइट नहीं होने से रात होते ही यहां अंधेरा पसर जाता है। इससे राहगीरों और क्षेत्रवासियों केा को काफी परेशान होती है। लोग अंधेरे में श्वान व अन्य जानवरों से डरे रहते हैं। रात को ट्रॉर्च लेकर घर से निकलते हैं। कॉलोनी समस्यों को लेकर पंचायत व सडक़ निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी भी अवगत कराया। पर, समस्या का अब तक कोई निवारण नहीं हुआ है।
नेताओं को नहीं दिख रही है समस्याएं
एकलव्य कॉलोनी में इतनी समस्याएं होने के बाद भी किसी भी नेता को कॉलोनीवासियों का दर्द नजर नहीं आ रहा है।
क्षेत्रवासियों ने नेताओं को भी इन समस्याओं के बारे में बताया। पर, आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिलता है। इस क्षेत्र में पूर्व विधायक देवेन्द्र कटारा भी रहते हैं। पर, समस्याएं उनसे भीअछूती
नहीं है।
शहर या गांव में यह बड़ा सवाल
एकलव्य नगर की कहानी भी अजीब है। नगरपरिषद इस कॉलोनी को गोकुलपुरा ग्राम पंचायत में होना बताती है, तो गोकुलपुरा ग्राम पंचायत का कहना है कि कॉलोनी नगरपरिषद् में है। ऐसे में गांव और शहर में यह कॉलोनी डोल रही है। गोकुलपुरा पंचायत का कहना है कि कॉलोनी की गली नम्बर एक व दो नगर परिषद में आती है और केवल तीन नम्बर गली गोकुलपुरा में आती है।
क्षेत्रवासियों ने बयां की समस्या...
क्षेत्र में डेढ़ दश्दाक से कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। सडक़ खस्ताहाल है और खस्ताहाल सडक़ों पर नालियों को गंदा पानी बह रहा है। पर, कोई सुनने वाला नहीं है। - सीमा वसीटा क्षेत्रवासी
. एकलव्य कॉलोनी में कई वर्षों से विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है। कॉलोनी में अब सडक़ क्षतिग्रस्त हो गई है और सडक़ों पर गंदा पानी बहने से बदबू आती है। रोड लाइट नहीं है।
- हेमंत खराड़ी क्षेत्रवासी
नगर परिषद क्षेत्र में नहीं
एकलव्य कॉलोनी नगर परिषद क्षेत्र में नहीं आती है। पर, फिर भी वार्ड से सटी होने के चलते कई बार परिषद् स्तर पर सफाई एवं रोड लाइट आदि की व्यवस्था करवा रहे हैं। सडक़ सुदृढ़ीकरण के लिए भी बोर्ड बैठक में मुद्दा उठाया है। - अशोक चौबीसा, नगर परिषद पार्षद वार्ड नम्बर ३१
जल्द करवाएंगे कार्य
एकलव्य कॉलोनी का कुछ हिस्सा नगर परिषद में आता है, जो हिस्सा गोकुलपुरा पंचायत में आ रहा है। उसमें जल्द नालियों का काम शुरू करवाया जाएगा। वहीं, सडक़ निर्माण को लेकर जिला परिषद में प्रस्ताव दे रखा है। - जेलपा देवी, गोकुलपुरा सरपंच