पुलिस अधीक्षक यादव सहित सभी अधिकारी बुधवार देर शाम को नवाडेरा स्थित आरओ प्लांट स्थल पर पहुंचे। वहां व्यापारी के लहूलुहान मिलने और उससे पहले के अनुमानित घटनाक्रम का रिव्यू किया। सीसीटीवी फुटेज में नजर आए संदिग्धों के बारे में छानबीन की। इसके बाद टीम नागेंद्रसिंह कॉलोनी स्थित मृतक के किराए के मकान पर भी गई। वहां से गेपसागर ओटा पर आई। सभी जगह एसपी ने मृतक से जुड़े लोगों की वारदात के समय की लोकेशन की तस्दीक की।
यह है मामला
माणक चौक हाल नागेंद्रसिंह कॉलोनी निवासी आरओ प्लांट संचालक प्रमोद पुत्र मंगलेश शर्मा पर मंगलवार को अज्ञात लोगों ने उसके ऑफिस में घुस कर चाकू से वार किया था। अस्पताल में इलाज के दौरान प्रमोद की मृत्यु हो गई थी।
कई सवाल अनुत्तरित
इस घटनाक्रम में हत्या के कारण व आरोपित के साथ ही कई अन्य सवाल और भी हैं जिनका उत्तर पुलिस ढूंढने का प्रयास कर रही है। इसमें आरओ प्लांट पर दिनदहाड़े वारदात होने के बावजूद आसपास किसी को भनक नहीं लगना, वारदात स्थल से सटे ऑटो गैराज व वेल्डिंग वर्क की दुकान पर भी किसी प्रकार की चीख चिल्लाहट नहीं सुनाई देने, सीसीटीवी में दिखी कार और संदिग्धों का केस से क्या संबंध है?
सुना रहा प्लांट
डूंगरपुर. वारदात के दूसरे दिन नवाडेरा स्थित प्लांट सुना सुना ही रहा। पास में ही वेल्डिंग वक्र्स पर ही कुछ लोग काम करते हुए मिले।वहीं प्लांट परिसर में कैंपरों से भरा हुआ ऑटों, एक मिनी ट्रक ही खड़े मिले।