भक्तजन करते रहे इंतजार
धाम पर कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वाल्मिकि , शिवालय व राधाकृष्ण मंदिर के साथ ब्रह्मामन्दिर में दर्शन के बाद शिलान्यास का कार्यक्रम तय था। पर, ब्रह्मामंदिर में दर्शन करने ही नहीं पहुंचे तथा शिलान्यास स्थल पर ही पहुंचे। ऐसे में ब्रह्मामंदिर में भक्त व पुजारी इंतजार करते रहे।
अब टापू नहीं बनेगा धाम
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम पहुंचे। यहां देव-दर्शन के बाद उन्होंने यहां बनने वाले 132 करोड के बेणेश्वर धाम पर बनने वाले हाई लेवल पुल की आधारशिला रखी। गौरतलब है कि बेणेश्वर धाम सोम और माही के संगम स्थल पर अवस्थित है। दोनों नदियां धाम को घेरे हुए हैं। इन पर तीन पुल बने हुए हैं, लेकिन सोम पुल को छोड़ कर शेष दोनों की ऊंचाई बहुत कम है। नदियों के उफान पर आने के दौरान पुल पर पानी आ जाता है और धाम टापू में तब्दील हो जाता है। बांसवाड़ा स्थित माहीडेम तथा आसपुर स्थित सोमकामला आम्बा बांध के गेट खोलने के दौरान भी धाम टापू बना रहता है। इससे धाम पर स्थित मंदिरों के पुजारी, व्यापारी तथा कई बार श्रद्धालु भी फस जाते हैं। बहुत बार तो कई-कई दिनों तक पुलों से पानी नहीं उतरता। ऐसे में लोग धाम पर अटके रहते हैं। हाइलेवल ब्रिज निर्माण से इस समस्या से निजात मिलेगी। वहीं बांसवाड़ा-उदयपुर स्टेट हाइवे के लिए नई कनेक्टिविटी भी बनेगी।
फेक्ट फाइल
सोम और माही नदियों पर साबला से गनोड़ा (बांसवाड़ा) सीमा क्षेत्र तक बनेगा हाइलेवल ब्रिज
1387 मीटर होगी पुल की लंबाई
13 मीटर होगी चौड़ाई
36 पिल्लर पर बनेगा पुल
40 गुणा 40 मीटर का साबला-गनोड़ा तथा बेणेश्वर-भटवाड़ा मार्ग के बीच बनेगा सर्कल
बेणेश्वर-भटवाड़ा मार्ग पर पुल की लंबाई 87 मीटर तथा चौड़ाई 13 मीटर रहेगी।