scriptकांग्रेस और आदिवासियों के बीच है गहरा रिश्ता | Dungarpur : rahul gandhi in beneshwar dham | Patrika News
डूंगरपुर

कांग्रेस और आदिवासियों के बीच है गहरा रिश्ता

केन्द्र सरकार पर जमकर बरसे राहुल गांधी, बेणेश्वर धाम में कांग्रेस की आमसभा, 132 करोड़ के पुल की रखी नींव

डूंगरपुरMay 16, 2022 / 03:21 pm

milan Kumar sharma

कांग्रेस और आदिवासियों के बीच है गहरा रिश्ता

कांग्रेस और आदिवासियों के बीच है गहरा रिश्ता

डूंगरपुर. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांगे्रस और आदिवासियों से गहरा रिश्ता रहा है। केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी तब हम जल, जमीन, जंगल की रक्षा को लेकर कानून ले कर आए थे। कांग्रेस ने आजादी के बाद से आदिवासियों के इतिहास के संरक्षण का काम किया है। राहुल ने कहा कि देश वर्तमान में दो विचार धाराओं की लड़ाई चल रही हैं। कांग्रेस सबको जोड़ते हुए रक्षा करने का कार्य करती है। जबकि भाजपा लोगों को बांटने का काम कर रही है। राहुल ने महंगाई, बेरोजगारी, किसान विरोधी कानून सहित अन्य मुद्दों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इससे पूर्व राहुल गांधी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वाल्मिकि मंदिर, शिवालय मंदिर व राधाकृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश व प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इसके बाद संत मावजी महाराज के भव्य संग्रहालय में संत मावजी महाराज द्वारा 300 साल पूर्व रचित चौपड़ों के दर्शन किए। महंत अच्युतानंद महाराज ने राहुल गांधी व मुख्यमंत्री अशौक गहलोत का तिलक व पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।

भक्तजन करते रहे इंतजार
धाम पर कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वाल्मिकि , शिवालय व राधाकृष्ण मंदिर के साथ ब्रह्मामन्दिर में दर्शन के बाद शिलान्यास का कार्यक्रम तय था। पर, ब्रह्मामंदिर में दर्शन करने ही नहीं पहुंचे तथा शिलान्यास स्थल पर ही पहुंचे। ऐसे में ब्रह्मामंदिर में भक्त व पुजारी इंतजार करते रहे।

अब टापू नहीं बनेगा धाम
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम पहुंचे। यहां देव-दर्शन के बाद उन्होंने यहां बनने वाले 132 करोड के बेणेश्वर धाम पर बनने वाले हाई लेवल पुल की आधारशिला रखी। गौरतलब है कि बेणेश्वर धाम सोम और माही के संगम स्थल पर अवस्थित है। दोनों नदियां धाम को घेरे हुए हैं। इन पर तीन पुल बने हुए हैं, लेकिन सोम पुल को छोड़ कर शेष दोनों की ऊंचाई बहुत कम है। नदियों के उफान पर आने के दौरान पुल पर पानी आ जाता है और धाम टापू में तब्दील हो जाता है। बांसवाड़ा स्थित माहीडेम तथा आसपुर स्थित सोमकामला आम्बा बांध के गेट खोलने के दौरान भी धाम टापू बना रहता है। इससे धाम पर स्थित मंदिरों के पुजारी, व्यापारी तथा कई बार श्रद्धालु भी फस जाते हैं। बहुत बार तो कई-कई दिनों तक पुलों से पानी नहीं उतरता। ऐसे में लोग धाम पर अटके रहते हैं। हाइलेवल ब्रिज निर्माण से इस समस्या से निजात मिलेगी। वहीं बांसवाड़ा-उदयपुर स्टेट हाइवे के लिए नई कनेक्टिविटी भी बनेगी।

फेक्ट फाइल
सोम और माही नदियों पर साबला से गनोड़ा (बांसवाड़ा) सीमा क्षेत्र तक बनेगा हाइलेवल ब्रिज
1387 मीटर होगी पुल की लंबाई
13 मीटर होगी चौड़ाई
36 पिल्लर पर बनेगा पुल
40 गुणा 40 मीटर का साबला-गनोड़ा तथा बेणेश्वर-भटवाड़ा मार्ग के बीच बनेगा सर्कल
बेणेश्वर-भटवाड़ा मार्ग पर पुल की लंबाई 87 मीटर तथा चौड़ाई 13 मीटर रहेगी।

Home / Dungarpur / कांग्रेस और आदिवासियों के बीच है गहरा रिश्ता

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो