script#KhulkeKheloHoli : बाजार तैयार, लेकिन ग्राहकों का इंतजार, जीएसटी से बदरंग होली की बहार | GST also took place on Holi colors | Patrika News

#KhulkeKheloHoli : बाजार तैयार, लेकिन ग्राहकों का इंतजार, जीएसटी से बदरंग होली की बहार

locationडूंगरपुरPublished: Feb 23, 2018 11:16:22 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

जीएसटी से बदरंग होली के रंग

#KhulkeKheloHoli
डूंगरपुर. मौज मस्ती व उल्लास का पर्व होली इस बार जीएसटी के चलते बदरंग नजर आ रहा है। होली में सिर्फ पांच दिन का समय रह गया है, लेकिन शहर का बाजार फीका है। व्यापारी वर्ग मायूस दिखा। चेहरे पर खुशी के बजाय निराशा देखने को मिली। व्यापारी दिनभर दुकानों में ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इक्का दुक्का ग्राहक ही पहुंच रहे, जबकि होली के पांच दिन शेष रहते अब तक तो बाजार में खासी चहल पहल शुरू हो जानी चाहिए थी।
कई दुकानों पर तो एक भी ग्राहक नजर नहीं आया। यह स्थिति तब है जब होली जनजाति अंचल का प्रमुख त्यौहार है। यहां पर पंरपराओं के रंगों के साथ त्यौहार को मनाया जाता है। व्यापारियों ने अपनी दुकान पर 20-25 दिन पहले ही लाखोंं का स्टॉक कर लिया है। व्यापारी वर्ग अब तक बाजार का रुख समझ नहीं पाया है। बताया जा रहा है कि वस्तुओं की कींमत बढऩा भी कारण है।
10 दिन पहले करते थे तैयारियां
होली पर 10 दिन पहले लोगों की तैयारियां शुरू हो जाती थी। इस बार कपड़ों एवं सर्राफा की दुकानों पर कोई रौनक नहीं है। यहां पर ढूंढोत्सव को लेकर जनजाति अंचल के लोग समूह के साथ खरीदारी करने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन ऐसा नजारा देखने को नहीं मिला।
रंग-गुलाल एवं पिचकारी पर जीएसटी
अब तक कर मुक्तरंग-गुलाल, पिचकारी जीएसटी के दायरे में आ गए हैं।
इन पर कर का प्रतिशत अधिक होने से मौज मस्ती का पर्व फीका नजर आने लगा है। जैसा बाजार हर वर्ष रहता है, ऐसा इस बार नजर नहीं आ रहा है। उदाहरण के लिए पहले जो वस्तु 100 रुपए में मिलती थी, अब वह 120 रुपए तक पहुंच गई है।
बाजार में नहीं ग्राहकी
दुकान पर स्टॉक कर लिया है। इस बार बाजार का रूख समझ नहीं आ रहा है। होली के एक सप्ताह पहले भी बाजार ने रफ्तार नहीं पकड़ी है। हर जगह की यही स्थिति है।
भानुचंद्र शाह, कपड़ा व्यवसायी
दुकान पर कर रखा स्टॉक
मार्च के पहले दो दिनों में होली होने से लोगों के पास पैसा नहीं है। हर बार होली पर व्यापार को देखते हुए कपड़ों का स्टॉक कर रखा है।
अखिलेश गांधी, साडी व्यवसायी
रंगों पर 18 प्रतिशत जीएसटी
रंगों पर 18 प्रतिशत जीएसटी से लगा है। इस बार रंग काफी महंगे हो गए हैं। स्टॉक कर रखा है। उम्मीद है जल्द ही बाजार में रौनक आएगी।
मयंक मलासिया, व्यापारी
इतना लग रहा जीएसटी
पिचकारी पर – 12 प्रतिशत
रंगों पर – 18 प्रतिशत
कपड़ों पर – 05 प्रतिशत

यह है कारण
रंग एवं पिचकारी पर जीएसटी
मार्च के पहले दो दिनों में होली
आवश्यक वस्तुओं का महंगा होना
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो