डूंगरपुर

बर्डफेयर से पहले जहरीला चुगा डालकर प्रवासी पक्षियों का हुआ शिकार, पक्षी प्रेमी सकते में

जिले के सबसे बड़े बर्ड डेस्टीनेशनल रणसागर तालाब के किनारे सोमवार सुबह संरक्षित श्रेणी के चार सारस क्रेन सहित कई अन्य पक्षियों के शव पड़े मिले।

डूंगरपुरJan 28, 2019 / 07:15 pm

abdul bari

बर्डफेयर से पहले जहरीला चुगा डालकर प्रवासी पक्षियों का हुआ शिकार, प्रेमी सकते में

डूंगरपुर.
डूंगरपुर बर्डफेयर से एक सप्ताह पहले डूंगरपुर में प्रवासी पक्षियों के शिकार का बड़ा मामला सामने आया है। इससे प्रशासन, वन विभाग और पक्षी प्रेमी सकते में आ गए हैं। जिले के सबसे बड़े बर्ड डेस्टीनेशनल रणसागर तालाब के किनारे सोमवार सुबह संरक्षित श्रेणी के चार सारस क्रेन सहित कई अन्य पक्षियों के शव पड़े मिले। आसपास धान, मक्का व चने के दाने भी बिखरे हुए थे।
सूचना मिलते ही डूंगरपुर बर्डस् संस्थान से जुड़े पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक वीरेंद्रसिंह बेड़सा, राजेश परमार आदि मौके पर पहुंचे। आंतरी क्षेत्रीय वन अधिकारी दिलीपसिंह चौहान, वनपाल इकबाल मोहम्मद, वनरक्षक चंद्रवीरसिंह, हर्षवद्र्धनसिंह, लालुराम आदि ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। तालाब के आसपास गहनता से पड़ताल करने पर चार सारस क्रेन, तीन कोम डक, ग्रे लेग गूज और दो कबूतर मृत मिले।
पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपादक वीरेंद्रसिंह बेडसा ने बताया कि एक टिटहरी भी निढाल हालत में मिली। उसके मुंह से झाग आ रहे थे। आसपास दाना भी बिखरा हुआ है, इससे स्पष्ट है कि शिकार के लिए जहरीला चुगा डाला गया। शिकार जितना संभव हो सका उतने मृत पक्षी ले गया, शेष यही पड़े रह गए हैं। उधर, वन विभाग की टीम ने सभी मृत पक्षियों को जिला पशु चिकित्सालय पहुंचाया। वहां बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। साथ ही मौके पर मिले चुगे के नमूने भी लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि डूंगरपुर जिले में सर्दी के मौसम में बड़ी तादाद में प्रवासी पक्षी आते हैं। जिले की इस जैव विविधता के प्रति आमजन को जागरूक कर पक्षियों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग की ओर से हर साल बर्डफेयर मनाया जाता है। इस वर्ष भी आगामी 5 फरवरी को रणसागर तालाब के किनारे ही बर्डफेयर प्रस्तावित है।
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