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निजी स्कूलों की मनमानी, नन्हें-मुन्नों की बढ़ी परेशानी

locationडूंगरपुरPublished: Dec 19, 2018 11:15:57 am

Submitted by:

Deepak Sharma

निजी स्कूलों की मनमानी, नन्हें-मुन्नों की बढ़ी परेशानीशिक्षा विभाग एवं प्रशासन की सुस्तीशिविरा पंचांग की खुले आम धज्जियां

The winter

निजी स्कूलों की मनमानी, नन्हें-मुन्नों की बढ़ी परेशानी

निजी स्कूलों की मनमानी, नन्हें-मुन्नों की बढ़ी परेशानी
शिक्षा विभाग एवं प्रशासन की सुस्ती
शिविरा पंचांग की खुले आम धज्जियां

डूंगरपुर. पहाड़ों पर तेज बर्फबारी के चलते अंचल को सर्द हवाओं ने जकड़ लिया है। पर, शहर सहित जिले भर में संचालित निजी स्कूल शिक्षा के अधिकार एवं शिविरा पंचांग की सरे आम धज्जियां उड़ा कर मनमर्जी से ही स्कूलों का संचालन कर रहे हैं। निजी स्कूल संचालकों की मनमर्जी ने नन्हें-मुन्ने बच्चों की परेशानी बढ़ा दी है। हालात यह है कि हर रोज अलसुबह जल्दी उठकर यह नौनिहाल नहाकर बसों के इंतजार में सर्द हवाओं में खड़े रहते हैं। इससे कई बच्चे सर्दी-जुकाम, खांसी और वायरल से जकड़ रहे हैं। पर, शिक्षा विभागीय अधिकारियों एवं प्रशासन की सुस्ती के चलते निजी स्कूल संचालक अपने परम्परागत पटरी से नीचे नहीं उतर रहे हैं।
सुबह सवा सात बजे से…
शहर के भीतरी एवं बाहरी क्षेत्रों के विभिन्न मार्गों पर पत्रिका ने मंगलवार को दौरा किया, तो अधिकांश जगह चार से दस वर्ष तक के बच्चे सुबह सात-सात बजे स्कूल बसों के इंतजार में कहीं खड़े, तो कहीं बैठे नजर आए। कई स्कूलों की बसे साढ़े सात बजे बच्चों को स्कूल की तरफ ले जाती दिखी। वहीं, कुछ अभिभावक अपने नौनिहालों को खुद बाइक पर आगे बिठाकर स्कूल तक छोड़ते नजर आए।
गांव से भी आती हैं स्कूल बस-जीप
अलसुबह केवल शहरी क्षेत्र के बच्चे सर्द हवाओं के बीच स्कूल जाते नहीं दिखे। स्थितियां यह है कि आसपास के आठ-दस किलोमीटर के क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में बच्चे जिला मुख्यालय पर संचालित स्कूलों में पढऩे के लिए आते हैं और यह जीप-बसों में सुबह करीब साढ़े सात बजे तक यहां आते हैं। ऐसे में सोचनीय है कि यह बच्चे वहां से कितनी बजे निकल रहे होंगे।
सरकारी स्कूल 9:30 से
शीतकालीन सत्र शुरू होते ही शिविरा पंचांग के अनुसार इन दिनों समस्त राजकीय विद्यालय सुबह साढ़े नौ बजे से संचालित हो रहे हैं। प्रावधानुसार समस्त निजी स्कूलों को भी शिविरा पंचांग के अनुसार ही स्कूलों समय रखना होता है। लेकिन, अधिकारियों की सुस्ती के चलते शहर सहित जिले भर के निजी विद्यालयों के संचालक अपने हिसाब से ही स्कूल का समय चला रहे हैं।
बच्चे हो रहे बीमार
तेज सर्द हवाओं एवं अलसुबह बच्चे को नहलाने से सर्दी-जुकाम एवं खासी की शिकायत के साथ ही वायरल बुखार से ग्रस्त हो रहे हैं। स्थितियां यह है कि कई बच्चे निमोनिया के भी शिकार हो रहे हैं।
नोटिस करेंगे जारी…
& स्कूलों की मान्यता के समय शपथ पत्र लिया जाता है, जिसमें शिविरा पंचांग की पालना की बात लिखी गई है। लेकिन, कई निजी स्कूल अपने हिसाब से स्कूल चला रहे हैं। टीम बनाकर भौतिक सत्यापन करवा कर जो-जो स्कूल साढ़े नौ के पूर्व खुल रहे हैं उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।
– गिरिजा वैष्णव, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक
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