कुछ दिनों से जीआईडीसी से सटे छीरी, छरवाडा, कोचरवा, राता समेत कई गांवों में पानी की किल्लत शुरु हो गई है। जीआईडीसी की जलापूर्ति लाइन के अभाव मेें पेयजल के लिए लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। ज्यादातर क्षेत्रों में बोरिंग का पानी भी दूषित होने से वह किसी उपयोग के लायक नहीं रह गया है। जिससे लोगों को यहां पीने का पानी खरीदना पड़ता है।
पानी का 20 लीटर का जार 20 से 30 रुपए में मिलता है। गर्मी बढऩे के साथ-साथ यहां पानी की किल्लत बढती जा रही है। इसे देखते हुए छीरी पंचायत ने खुले आरओ प्लांट से एक करार किया है। इसके अंतर्गत छीरी निवासियों को छह रुपए में 20 लीटर शुद्ध पानी दिया जाएगा।
रणछोडऩगर में है प्लांट रणछोड़ नगर में पानी का आरओ प्लांट शुरु किया गया है। यहां आकर पानी ले जाने वालों को छह रुपए और होम डिलिवरी मंगवाने वालों को दस रुपए में 20 लीटर का शुद्ध पानी का जार दिया जाएगा। यह पानी दुकानों पर मिलने वाले पानी की कीमत से आधा है। रणछोड़ नगर और कृष्णा पार्क में यह प्लांट कार्यरत है।
मिलता है पांच लाख लीटर छीरी पंचायत में आबादी बढऩे के साथ ही पानी की जरूरत भी बढ़ गई है। वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार छीरी को सात लाख 35 हजार लीटर पानी की जरुरत थी। एक दशक बाद भी लोगों को जरूरतभर का पानी नहीं मिल पा रहा। जीआईडीसी इतने साल बाद भी सिर्फ पांच लाख लीटर पानी ही लोगों तक पहुंचा पा रही है। गत दिनों छीरी पंचायत ने प्रस्ताव पास कर जीआईडीसी से 20 लाख लीटर पानी देने की मांग की थी। इस मामले में अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। दूसरी तरफ गर्मी से पहले ही बोरिंग से पानी कम हो गया है। इस वजह से कई जगह पर दस मिनट चलने के बाद बोरिंग से पानी ही नहीं निकलता। इससे बिल्डिंग में रहने वाले लोगों के लिए समस्या खड़ी हो गई है।
लोगों को मिलेगी राहत छीरी पंचायत सदस्य व सरपंच पति नुरुद्दीन चौधरी ने बताया कि पंचायत और आरओ प्लांट संचालक के बीच करार हुआ है। जब तक पंचायत विस्तार में यह प्लांट चलेगा, लोगों को छह रुपए में 20 लीटर पानी देना होगा। उन्होंने बताया कि लोगों को पर्याप्त पानी देने के लिए पंचायत द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इससे कम से कम पीने के पानी की समस्या कुछ हद तक तो कम होगी।