सामान्य चिकित्सालय परिसर के आश्रय पालना गृह में मंगलवार रात को नवजात बालक मिला। अज्ञात व्यक्तिकी तरफ से पालना गृह में नवजात बालक को रख दिया। इसके दो मिनट बाद मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में अलार्म बजा। इस पर अस्पताल स्टाफ ने तुरंत पहुंच कर बच्चे का स्वास्थ्य जांचा।
डॉ कल्पेश जैन ने बताया कि देखने से बच्चा दो दिन का लग रहा है। अस्पताल स्टाफ देखरेख कर रहा है। पिछले दो वर्ष में पालना आश्रय में तीसरा बच्चा मिला है। प्रदेश सरकार ने बच्चों को सुरक्षित छोडऩे के लिए पालना गृह बनाया है। बच्चे का वजन कम से कम ढाई किलो होना चाहिए। इस बच्चे का वजन कम है।
अस्पताल स्टाफ ने तुरंत पहुंच कर बच्चे का स्वास्थ्य जांचा। एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर दिया। बच्चे का वजन एक किलो 480 ग्राम है। बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
भु्रण हत्या के आते हैं मामले सामने
जनजाति जिले में भु्रण हत्या, बच्चे को झाडियों व कूड़े में फेंके जाने के मामले सामने आते हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से शुरू किए पालना गृह में दो वर्ष में तीन बच्चों की जान बची है।