फायरिंग से 12वीं कक्षा के छात्र तुषार यादव, हेमेंद्र कोटेड़ व बंशीलाल को मामूली चोटें आई।
gangster आनंदपाल मामले में हाईकोर्ट ने निस्तारित की याचिका, सरकार और सीबीआई ने जांच से किया इंकार बगीचे से किया फायर
विद्यालय के जिस कक्ष पर फायरिंग हुई, वह पीछे की ओर अंतिम छोर पर है। कमरे के पीछे 10 फीट की दूरी पर जुमा खान का निजी परिसर है। उसमें बगीचा बना रखा है। संभवतया फायर बगीचे की चारदीवारी के पास से किया गया। बताया
जा रहा है कि स्कूली बच्चे चारदीवारी फांद कर बगीचे में आ जाते थे। इस वजह से पूर्व में भी पत्थर फेंकने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। विद्यालय प्रशासन और परिसर मालिक के बीच भी चारदीवारी ऊंची कराने को लेकर चर्चाएं हुई है।
स्कूल में फायरिंग की खबर मिलते ही पुलिस के भी होश उड़ गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामजीलाल चंदेल, शहर कोतवाल गजेंद्रसिंह मय दल के मौके पर पहुंचे। प्रथम दृष्ट्या एक से अधिक फायर होना बताया जाता रहा। बाद में गहनता से मौका निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने टोपीदार बंदूक से एक फायर होने तथा महज 10 फीट की दूरी से फायरिंग होने के कारण 8 इंच के घेरे में छर्रे लगने से 27 निशान बनना बताया।
पुलिस अधीक्षक डा. शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि संस्थाप्रधान की रिपोर्ट पर जुमा खान तथा उसके पुत्र अमजद के खिलाफ जानलेवा हमले का प्रकरण दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित जुमा को हिरासत में ले लिया है। पुलिस दल ने फरासवाड़ा स्थित आरोपित के मकान पर दबिश लेकर गहनता से तलाशी ली तथा वहां से दो बंदूकें भी बरामद कर ली हैं।