जिले के लीलवासा नाल फला के कुछ लोग बुधवार सुबह गैंती-फावड़ा आदि लेकर मजदूरी के लिए जा रहे थे। खेतों के पास से गुजरते समय झाडियों में छिपे पैंथर ने हमला कर दिया। इससे रमण पुत्र धनजी तथा वीरमल पुत्र सोमा गंभीर रूप से घायल हो गए। शोर सुनकर अन्य लोग भी वहां इकट्ठा हो गए।
इस दौरान ग्रामीणों ने अपने पास मौजूद गैंती-फावड़ों से पैंथर पर वार करने शुरू कर दिए। इस झड़प में एक-दो अन्य लोगों को भी चोटें आई। वहीं लोगो के हमले से पैंथर वहीं ढेर हो गया। सूचना पर आसपुर रेंजर सुवालाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
साथ ही मृत पैंथर के शव को पोस्टमार्टम सहित अन्य कार्रवाई के लिए जिला मुख्यालय लेकर आए। इससे पहले मंगलवार रात को लीलवासा से करीब सात किलोमीटर दूर कांठरी गांव में भी पैंथर के हमले में दो युवकों के घायल होने की सूचना है। यहां पैंथर के हमले से कांठडी निवासी पंकज पुत्र रामजी मीणा और उसके परिजन पालथूर निवासी प्रवीण पुत्र जंयती मीणा घायल हो गए। उनका भी अस्पताल में इलाज कराया गया।
अलवर में भी पैंथर से दहशत, CCTV में कैद हुआ फुटेज प्रदेश के अलवर शहर में भी एक बार फिर से पैंथर घुस आया। शहर के जय कृष्णा क्लब में पैंथर के घुसने से लोगों में मन में डर बैठ गया। क्लब के कर्मचारियों ने बुधवार सुबह 6 बजे कमरों की सफाई करने पहुंचे तो उन्हें पैंथर नजर आया। उन्होंने पैंथर को देखकर शोर मचाया तो पैंथर कमरे से बाहर चला गया। पैंथर सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ है। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी। वहीं पैंथर का सर्च अभियान जारी है।