इसमें बताया कि प्रार्थी राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम आगार बांसवाडा में परिचालक के पद पर कार्यरत है। मंगलवार सुबह 5.30 बजे रोडवेज बस संख्या आरजे 03 पीए 4807 को लेकर चालक मेवड़ा निवासी सूर्यासिंह पुत्र मानसिंह राणावत के साथ अहमदाबाद जाने रवाना हुए। सुबह करीब 7.30 बजे सेमलिया घाटा बस स्टेण्ड के पास पहुंचे। इस दौरान सेमलिया घाटा बस स्टेण्ड पर खड़ी जीप के चालक ने जीप को रोड के बीचों बीच आडी लगा दी।
चालक सूर्यासिंह ने बस को ब्रेक किया। बस रूकते ही जीप में से सात-आठ लोग हाथों में ल_ व स्टीक्स लेकर उतरे और जान से मारने की धमकियां देते प्रार्थी व चालक को नीचे उतरने को कहा। परिचालक ने उनकी पहचान भरत पुत्र हुका डोडियार, गोविन्द पुत्र हुका डोडियार, गजेन्द्र पुत्र भुरजी ननोमा व राजू पुत्र वजा डोडियार निवासी ओबरी के रूप में की। शेष चार व्यक्तियों को वह नहीं पहचान पाया।
खींचा और मारपीट रिपोर्ट में बताया कि आरोपितों ने चालक को फाटक से खींच कर उतारा और मारपीट शुरू कर दी। प्रार्थी के हाथ से टिकट काटने की मशीन छीन कर सडक़ पर पटक दी। साथ ही उसकी जेब में रखे तकरीबन 1200-1500 रुपए भी छीन कर मारपीट की। बस में सवार यात्रियों ने बीच बचाव किया।
प्रकरण दर्ज, तीन गिरफ्तार थानाधिकारी अजयसिंह राव ने बताया कि परिचालक की रिपोर्ट पर मारपीट कर राजकार्य में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और लूट का प्रकरण दर्ज किया। साथ ही त्वरित कार्रवाई करते हुए भरत, गोविन्द एवं गजेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।
सीमलवाड़ा पहुंच कर बदली बस घटना के बाद आरोपित मौके से भाग गए। बस में महिला यात्री तथा मरीज भी सवार थे। वे सभी वारदात से घबरा गए। इस पर चालक-परिचालक ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। बस को सीमलवाड़ा तक लाए तथा वहां अन्य व्यवस्था कर सवारियों को शिफ्ट किया।
एक दिन पहले भी हुई कहासुनी रिपोर्ट में बताया कि भरत, गोविन्द, गजेन्द्र व राजू ने सोमवार सुबह भी सवारियों को लेकर झगड़ा किया था। इसके बाद उनका समझौता भी हो गया था, इसके बावजूद मंगलवार को दोबारा हमलाकर मारपीट व लूटपाट की।