प्रभारी मंत्री व जिलाध्यक्ष दिनेश खोडनिया ने रैली में शामिल होने के लिए कार्यकर्ताओं का आह्वान किया। अध्यक्ष ने चिंता जताते हुए कहा कि कई लोग जिले एवं ब्लाक स्तर पर पद लेकर बैठे हुए हैं। लेकिन, जिला एवं ब्लाक की बैठकों में उनके दर्शन तक दुर्लभ होते हैं। पदाधिकारियों को स्वयं संभलना होगा।
अध्यक्ष हीरालाल, देवीलाल फलोत, सुरेश पाटीदार आदि कांग्रस कार्यकताओं ने प्रभारी मंत्री के समक्ष आक्रोश जताया और कहा कि जिले में तीन नवीन पंचायत समितियां गठित होनी थी। पर, एक भी नहीं बनी। अब पंचायत चुनाव में जनता के बीच किस मुंह से जाएंगे। इस तरह तो कार्यकर्ता कैसे काम करेगा। डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा ( Dungarpur and Banswara ) दोनों जिलो की उपेक्षा की गई है। गामडी अहाड़ा को पंचायत समिति क्यों नहीं बनाया गया। इसे लेकर किसी तरह की कोई आपत्ति तक दर्ज नहीं है। ग्राम पंचायतों के गठन ( Formation of Gram Panchayats ) में सौतेला व्यवहार अपनाया गया। इसकी जवाबदेही नेताओं की है। बैठक को विधायक गणेश घोघरा, जिला पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, पूर्व विधायक राईया मीणा, पूर्व दरगाह कमेटी के सदर असरार अहमद, प्रियकांत पण्ड्या ने भी संबोधित किया।