सात समंदर पार राजस्थान की सियासी गणित पर पैनी नजर
परिवारजनों एवं मित्रों से फोन पर ले रहे पल-पल अपडेट
सोशल मीडिया हार-जीत पर मंथन
परदेश में चुनावी बुखार
बनकोड़ा. जिले सहित मेवाड संभाग तथा राजस्थान में सात दिसम्बर को होने वाले मतदान तथा यहां की चुनावी सियासत पर कुवैत में रोजगाररत वागड के युवा नजर टिकाये हुए हैं। टिकट वितरण से लेकर चुनाव प्रचार के बारे में पल-पल की जानकारी रखने के साथ ही हार-जीत की संभावनाओं पर युवाओं का ‘गेट टू गेदर’ जैसे आयोजन आम बात हो गई हैं।
इन गांव के युवा है कुवैत
जिले के बनकोड़ा, लीलवासा, भासौर, गलियाणा, बडलिया, गड़ा कुम्हारिया, गड़ा सिहालिया, सुरेला, कोकापुर के युवा समाचार चैनलों तथा परिवारजनों तथा मित्रों से फोन कर पार्टियों की सियासी गणित जान रहे हैं। सात समंदर पार विशेषकर कुवैत में रोजगाररत युवा लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने की तैयारी में जुट गए हैं। युवा अधिक से अधिक मतदान का भी आह्वान कर रहे हैं। पल-पल की चुनावी खबर पर नजर रखने ये युवा सोशल मीडिया पर भी छाये हुए हैं। बताया जाता है कि वागड़ के इन युवाओं से चुनावी रण में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशी भी सोशल मीडिया के माध्यम से मतदान की अपील कर रहे हैं। पर, वह काम की व्यस्तता के चलते वागड़ में ही अपने परिचितों को शत-प्रतिशत मतदान का आह्वान कर रहे हैं।
क्या कहते है कामगार
कुवैत में रहने वाले वागड़ के कामगार युवाओं का कहना है कि चाहे विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा, हर पार्टी कामगारों के लिए वादे तो खूब करती है। पर, धरातल पर होता कुछ नहीं है। कामगार कई बार सातसमंदर पार के देशों में परेशानी में पड़ जाते हैं। तत्काल समस्या के समाधान के लिए सरकार को विशेष नीति बनानी चाहिए।
ऑनलाइन वोटिंग होनी जरूरी
कुवैत में कई वर्षों से जमे बनकोड़ा के अतुल भमावत, शंकर पटेल, प्रभुलाल, चंदनसिंह एवं विमल आदि कहते है कि भारतीय नागरिक किसी भी देश में रोजगाररत हो, उसके लिए मतदान के लिए योजना बनानी चाहिए, जिससे वह मतदान कर सके। विदेशों में रह रहे भारतीय विद्यार्थियों तथा कामगारों के लिए ऑनलाइन वोटिंग शुरू करनी चाहिए। ताकि हर भारतीय नागरिक को मतदान का हक मिले। इनका कहना रहा कि अन्य देशों में यह सुविधा उपलब्ध है।