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पर्यूषण पर्व के जिनालयों में उत्तम शौच धर्म की आराधना की गई।

locationडूंगरपुरPublished: Sep 18, 2018 11:39:13 am

Submitted by:

Harmesh Tailor

‘लोभ का अभाव ही शौच धर्म’मन्दिरों में अष्ट द्रव्य से पूजा डूंगरपुर. पर्यूषण पर्व के जिनालयों में उत्तम शौच धर्म की आराधना की गई।

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पर्यूषण पर्व के जिनालयों में उत्तम शौच धर्म की आराधना की गई।

‘लोभ का अभाव ही शौच धर्म’
मन्दिरों में अष्ट द्रव्य से पूजा
डूंगरपुर. पर्यूषण पर्व के जिनालयों में उत्तम शौच धर्म की आराधना की गई।
महावीर नगर स्थित महावीर चैत्यालय में समाज जनों के सान्निध्य में जल, शक्कर, श्रीफल, दूध, घी, दही, पुष्य, आरती व महाशांतिधारा की गई। न्यू कॉलोनी के मुनि सुव्रतनाथ जिनालय में कल्पना दीदी व वदंना दीदी के सान्निध्य में शांतिधारा सहित अन्य अनुष्ठान हुए। घाटी स्थित कुंथुनाथ मल्लिनाथ मंदिर तथा फौज का बडला स्थित ऊंडा मंदिर में भी धार्मिक कार्यक्रम विधिकारकों के सान्निध्य में हुए। प्रगतिनगर स्थित पाश्र्वनाथ मंदिर परिसर में मुनि समतासागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि लोभ का अभाव ही शौच धर्म है। लोभ कषया के कारण मनुष्य संतोष गुण को खो देता है। शुचिता का भाव शौच धर्म से ही आ सकता है। लोभ कषाय मनुष्य को दुखों में डाल देती है। बुद्धिनाश कर देती है। मुनि ने कहा कि शरीर स्वभाव से अपवित्र और आत्मा पवित्र है। हमें आत्मा की सारसंभाल करना चाहिए। रात्रि में लोभ के कारण आने वाले विकारों पर नाटिका का मंचन किया गया। हाउसिंग बोर्ड शिवाजीनगर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व के तहत मंगलवार को उत्तम शौच धर्म दिवस मनाया। सुबह मूलनायक भगवान की शांतिधारा की गई। रात्रि में आरती नृत्य प्रतियोगिता व बच्चों की विचित्र वेशभूषा कार्यक्रम हुए।
पीठ. शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में सोमवार को उत्तम सत्य धर्म पूजा दक्षलक्षण महापर्व पर भगवान शांतिनाथ के विविध अनुष्ठान हुए। अभिषेक के बाद भगवान को पूजन-पाठ कर विविध अध्र्य चढाए गए। उत्तम सत्य धर्म पर बताया कि व्यक्ति को अपने जीवन में सत्य की राह पर चलकर धर्म का पालन करना चाहिए। रात्रि को गु्रप अन्तराक्षी कार्यक्रम हुआ।
साबला. जिनालय में प्रर्यषण पर्व को लेकर पंडित अंकित शास्त्री के आचार्यत्व में भगवान आदिनाथ, महावीर सहित अन्य तीथकरों की पूजा अर्चना जारी है। रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी दौर जारी है। कोकापुर. पाडवा के आदिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में उत्तम तप धर्म मनाय। इसमें महा शान्तिधारा हुई। साथ ही महिला मंडल की ओर से सुन्दर नाटिका प्रस्तुत की गई। विधानाचार्य अजीतप्रसाद कथा का वाचन किया।
बनकोड़ा. बनकोड़ा व भासौर के अजीतनाथ जिनालय में श्रद्धालुओं ने शांतिधारा, श्रीजी का अभिषेक, नित्य नियम पूजा, आरती तथा सांय आरती, स्वाध्याय का आयोजन किया। शाम को आरती , स्वाध्याय तथा प्रश्नमंच का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने उपवास व्रत रखे। वहीं, चन्द्रप्रभु जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ का आठ दिवसीय पर्यूषण महापर्व की समाप्ति के पश्चा्त अष्टमी को भगवान का वरघोडा निकाला गया।
बिछीवाड़ा. शांतिनाथ जैन मंदिर में पर्यूषण पर्व को लेकर सोमवार को भगवान का अभिषेक, शांतिधारा व पूजा-अर्चना की गई। रात्रि को प्रश्न मंच व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
ओबरी. आदिनाथ दिगम्बर जैन जिनालय में उत्तम शौच धर्म की आराधना हुई। सुबह भगवान आदिनाथ, पाश्र्वनाथ, शांतिनाथ, चन्द्रप्रभु व चौबीस तीर्थंकर की प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक व महाशांति धारा श्रद्धालुओं ने की। आंतरी के श्रेयांसनाथ दिगम्बर जिनालय व घाटा का गांव के आदिनाथ दिगम्बर जिनालय में श्रीजी का अभिषेक, पूजा-अर्चना व आरती की।
सरोदा. श्रीआदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर तत्वार्थ सूत्र का विधान भी किया जा रहा है। पंडित अंकित शास्त्री द्वारा विधान एवं पूजन के साथ प्रवचन ईवा शास्त्र वाचन किया गया। पूंजपुर. संभवनाथ जैन श्वेताम्बर संघ के तत्वावधान में गांव में वरघोडे की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा गांव के मुख्य मार्गो से होते हुए पून: संभवनाथ जिनालय पहुंची जहां पर आरती के बाद रात्रि में भक्ति आराधना का दौर चला।
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