जानकारी के अनुसार ऑटो में ड्राईवर सहित सभी सवारियां आपस में रिश्तेदार थीं। पादरडी से आते समय माडा गामडी मार्ग पर ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गया। बताया जा रहा है की ड्राईवर शराब के नशे में धुत था। इसलिए वह वाहन कंट्रोल नहीं कर सका। हादसे के बाद चीख पुकार सुन आसपास के लोग दौड़ते हुए आए और पलटे हुए ऑटो को उठा कर घायलो को बाहर निकाला। सुचना पर पहूंचे 108 के कर्मचारियों ने घायलों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया।
हादसे में ये हुए घायल मझोला पादरडी निवासी राहूल पुत्र पूंजीलाल भगोरा, बिछीवाडा निवासी सतीश(4) पुत्र राकेश वरहात, देवल निवासी पायल(5) पुत्री रणछोड घोघरा, बोखला निवासी नानुराम पुत्र नानजी गमेती, पादरडी निवासी पायल(17) पुत्री पूंजीलाल भगोरा, बोखला निवासी हलु(4) पुत्र नानुराम गमेती, आशा पत्नी नानुराम व बिछीवाडा निवासी संगीता पत्नी राकेश घायल हुए।
थानाधिकारी ने दिखाई मानवता
अमूमन पुलिस किसी भी हादसे में देरी से पहूंचती है। लेकिन थाणा हादसे के दौरान रामसागडा थानाधिकारी परमेश्वर पाटीदार ने मानवता का परिचय दिया है। वे अपने निजी वाहन से इस मार्ग से आ रहे थे। रास्ते में ग्रामीणों को एकत्र देख अपना वाहन रोका व तत्काल घायल को अपने वाहन में बिठा कर चिकित्सालय ले जाना चाहा, लेकिन तब तक 108 पहूंच गई। बाद में खुद थानाधिकारी ने ग्रामीणों के सहयोग से घायल को उठा कर 108 में बैठाया।
अमूमन पुलिस किसी भी हादसे में देरी से पहूंचती है। लेकिन थाणा हादसे के दौरान रामसागडा थानाधिकारी परमेश्वर पाटीदार ने मानवता का परिचय दिया है। वे अपने निजी वाहन से इस मार्ग से आ रहे थे। रास्ते में ग्रामीणों को एकत्र देख अपना वाहन रोका व तत्काल घायल को अपने वाहन में बिठा कर चिकित्सालय ले जाना चाहा, लेकिन तब तक 108 पहूंच गई। बाद में खुद थानाधिकारी ने ग्रामीणों के सहयोग से घायल को उठा कर 108 में बैठाया।
ग्रामीणों ने जताया आक्रोश, ब्रेकर की मांग
हादसे के बाद ग्रामीणों ने जम कर आक्रोश जताया। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग से रोजाना छोटे-छोटे स्कूली बालक एवं क्षेत्रवासियों का आना जाना लगा रहता है। पूर्व मेें इस मार्ग पर पांच ब्रेकर बने हुए थे, लेकिन सीसी सडक निमार्ण के दौरान हटा दिए। कई बार विभाग को सुचित किया। प्रार्थना पत्र भी सौंपे लेकिन अभी तक मौके पर किसी तरह के ब्रेकर नहीं बनाए हैं। ऐसे में तेज गति से आ रहे वाहनों से हर पल हादसे का अंदेशा बना हुआ है। ग्रामीणोें ने जल्द ब्रेकर नहीं बनाए जाने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।
हादसे के बाद ग्रामीणों ने जम कर आक्रोश जताया। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग से रोजाना छोटे-छोटे स्कूली बालक एवं क्षेत्रवासियों का आना जाना लगा रहता है। पूर्व मेें इस मार्ग पर पांच ब्रेकर बने हुए थे, लेकिन सीसी सडक निमार्ण के दौरान हटा दिए। कई बार विभाग को सुचित किया। प्रार्थना पत्र भी सौंपे लेकिन अभी तक मौके पर किसी तरह के ब्रेकर नहीं बनाए हैं। ऐसे में तेज गति से आ रहे वाहनों से हर पल हादसे का अंदेशा बना हुआ है। ग्रामीणोें ने जल्द ब्रेकर नहीं बनाए जाने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है।