जानकारी के अनुसार रास्तापाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत दातारामगढ़ सीकर हाल सीमलवाड़ा निवासी डा. बजरंगसिंह और उनकी पत्नी दुर्गा हरतालिका तीज होने से गुरुवार देर शाम को रास्तापाल में गुजरात बॉर्डर के पास स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन करने गए थे। वापस सीमलवाड़ा लौटते समय मांडली रोड पर जाफरा पुलिया के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर पुलिया से करीब छह फीट नीचे पानी में जा गिरी। अंधेरा होने के कारण मौके पर बचाव के लिए भी कोई नहीं पहुंच सका।
डा. बजरंगसिंह गंभीर घायल होते हुए भी हिम्मत जुटाकर बाहर निकले। इसके बाद सडक़ पर आकर लोगों को आवाज लगाई। रास्ते से गुजर रहे वाहनधारियों व लोगों ने मदद कर कार में फंसी उनकी पत्नी दुर्गा (30) को बाहर निकाला। इसके बाद दोनों को सीमलवाड़ा अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया, यहां चिकित्सक ने दुर्गा को मृत घोषित कर दिया। डा. बजरंगसिंह का उपचार जारी है। सूचना पर धम्बोला एसआई रमेश चंद्र कटारा, सरथूना चौकी प्रभारी राजाराम समेत पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को सीमलवाड़ा अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया है।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
दोपहर बाद मृतका के परिजन सीमलवाड़ा पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया। वहीं हादसे को साजिश बताते हुए बेटी की हत्या का आरोप लगाया। मृतका के परिजनों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि बेटी की शादी में काफी दहेज दिया गया था जिसके बाद भी डॉक्टर आए दिन बेटी के साथ मारपीट कर मानसिक रूप से प्रताडि़त करता था। पूर्व में भी आपसी समझाइश के बाद पंचों के बीच बेटी को उसके साथ भेजा था।