डूंगरपुरPublished: Oct 13, 2018 05:18:23 pm
Deepak Sharma
चौरासी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की दावेदार झोंथरी प्रधान मंजूला रोत का कहना है कि यदि पार्टी और जनता का आशीर्वाद मिला तो सर्वजन हिताय के सिद्धान्त पर काम करेंगी। उनका कहना है कि सदियों से वागड़ अंचल में ३६ कामों के लोग मिलजुल कर रहते आ रहे हैं। पिछले कुछ समय से रिश्तों में कड़वाहट आई है।
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सर्व समाज को साथ लेकर चलेंगे
चौरासी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की दावेदार झोंथरी प्रधान मंजूला रोत का कहना है कि यदि पार्टी और जनता का आशीर्वाद मिला तो सर्वजन हिताय के सिद्धान्त पर काम करेंगी। उनका कहना है कि सदियों से वागड़ अंचल में ३६ कामों के लोग मिलजुल कर रहते आ रहे हैं। पिछले कुछ समय से रिश्तों में कड़वाहट आई है। अवसर मिला तो सर्व वर्ग को साथ में लेकर चलते हुए विकास को आगे बढ़ाएंगे।
उन्होंने कहा कि खुद महिला हूं, इसलिए मेरी प्राथमिकता में भी महिलाएं रहेंगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इसके अलावा बालिका शिक्षा के लिए सीमलवाड़ा अथवा चीखली उपखंड मुख्यालय पर कन्या महाविद्यालय, सभी बड़े गांवों में पृथक बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के लिए प्रयास करेंगे।
क्षेत्र में विज्ञान अध्ययन की सुविधाएं कम हैं। विधानसभा क्षेत्र की हर ग्राम पंचायत में विज्ञान संकाय अध्ययन की सुविधा उपलब्ध कराने का भी प्रयास करेंगे, ताकि बच्चों को दूरदराज के गांव-कस्बों में नहीं जाना पड़े।
वर्तमान में रोजगार के अवसरों की कमी के चलते युवा पलायन को मजबूर हैं। चौरासी क्षेत्र गुजरात से सटा हुआ है। यहां के प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण दोहन करते हुए उद्योग धंधे विकसित किए जाने चाहिए। इसके लिए प्रयास करेंगे।
चौरासी क्षेत्र में मूलभुत सुविधाओं का भी अभाव है। बिजली, पानी, सडक़ जैसी सुविधाएं भी पूरी नहीं हैं। उन पर नियमित काम करते हुए लोगों की समस्याएं दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
किसानों के लिए सिंचाई सुविधा भी पर्याप्त नहीं है। क्षेत्र में छोटी-छोटी सिंचाई परियोजनाओं के अलावा कुओं, लिफ्ट योजना आदि के भी प्रयास किए जाएंगे।
तकनीकी शिक्षा स्वावलंबी बनने का सबसे अच्छा माध्यम है। इसके लिए सीमलवाड़ा, झोंथरी, चीखली जैसे बड़े स्टेशनों पर तकनीकी और कौशल शिक्षा केंद्र खुलवाने के प्रयास करेंगे, ताकि युवा प्रशिक्षण लेकर स्वरोजगार प्राप्त कर सकें।
चौरासी क्षेत्र का सबसे बड़ा कस्बा सीमलवाड़ा है। जनभावना के अनुरुप इसे नगरपालिका बनाने के भी प्रयास किए जाएंगे, ताकि उसका विकास हो सके।
क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाएं भी पर्याप्त नहीं है। सीमलवाड़ा मुख्यालय पर रेफरल हॉस्पीटल की दरकार है। इसके अलावा सीएचसी, पीएचसी पर भी पर्याप्त स्टाफ और संसाधनों की जरूरत है। कई क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र नहीं हैं। इन सबके लिए लगातार प्रयास करेंगे।