नई दिल्लीPublished: Mar 31, 2018 01:33:38 pm
Kiran Rautela
डर के आगे जीत है वाले स्लोगन को सच करने वाले इजेन का कहना है कि अब यहीं मेरा घर है।
निया में ऐसे कई लोग होते हैं जिनमें अपने काम को लेकर गजब का जज्बा होता है। अपने इस जज्बे के लिए ये लोग मौत के मुंह में भी काम करने को तैयार होते हैं। ऐसे ही एक शख्स के बारे में आज आपको बताने जा रहे हैं।
36 साल के माउंट इजेन पिछले 10 सालों से जावा के सक्रिय ज्वालामुखी के मुख पर काम करते हैं। इजेन एक माइनर हैं। और कई सालों से यहां पर काम कर रहे हैं। डर के आगे जीत है वाले स्लोगन को सच करने वाले इजेन का कहना है कि अब ऐसा लगता है कि यहीं मेरा घर है। यहां पर मुझे सुकून मिलता है। मैं पिछले कई सालों से