पेरिस। मेडिकल चैकअप के लिए हम लोग नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाते हैं। लेकिन, फ्रांस में अपने पांव का इलाज करवाने गया एक मरीज यह जानकर हैरान रह गया कि उसके सिर्फ आधा ही दिमाग है। डॉक्टर भी यह जानकर हैरान हैं कि आधे दिमाग के साथ दो बच्चो का यह 44 वर्षीय पिता इतने दिन तक जिंदा कैसे रहा। मरीज की पहचान जाहिर नहीं की है।
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे की मामला वर्ष 2007 का है, लेकिन मेडिकल जर्नल “द लांसेट” में यह अब छपा है। अनाम मरीज के दिमाग का अध्ययन करने वाले लियोनल फियुल्लेट ने बताया कि दिमाग जिन जिन जगहों से सिकुड़ कर आधा रह गया था, वे जगह हमारे संकेत, संवेदनशीलता, भाषा, दृष्टि, श्रवण शक्ति, भावपूर्ण और ज्ञानात्मक कार्यो को नियंत्रित करते हैं।
व्यक्ति का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने पाया कि बचपन में उसका दिमाग हाईड्रोसिफॉलस से ग्रसित हो गया था। इस दौरान उसके दिमाग में शंट लगाए गए थे जो 14 साल की उम्र में हटा लिए गए थे। माना जा रहा है कि इस वजह से उसके दिमाग में अगले 30 सालों तक तरल पदार्थ बढ़ता गया जिसकी वजह से वह सिकुड़ गया।
इस वहज से उसका दिमाग 50 से 75 प्रतिशत तक घिस गया। आठ सालो तक उस व्यक्ति के दिमाग का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि वह इतने समय तक इसलिए जीवित रह सका क्योंकि उसका दिमाग इस दौरान पुनर्गठित होता रहा।
डॉक्टरों ने उसके दिमाग में मौजूद अधिकतर तरल पदार्थ को बाहर निकाल दिया है और अब वह आम जिंदगी जी रहा है।