रींगस कस्बे की होली प्रदेश में एक अनूठी होली होती है। कस्बे में धूलण्डी के दिन बरात व शवयात्रा एक साथ निकालने की परंपरा है। आगे आगे बैण्ड बाजों के साथ दूल्हे की बारात चलती है तथा उसके पीछे मुर्दे की शव यात्रा। लोग नाचते-गाते अबीर गुलाल लगाते हुऐ शव यात्रा व बारात में शामिल होते है।
धूलण्डी के दिन होली खेलने वाले लोग गोपीनाथ मंदिर के बाहर इकट्ठे होते है। सभी लोग मिलकर घास के पुतले को अर्थी पर सुला देते है। होली खेलने वालों में से ही एक जने को दूल्हे के लिए चुना जाता है। सैकड़ों लोग बैण्ड बाजे के साथ दूल्हे का शृंगार कर उसे घोड़े या फिर उंट पर बैठाकर बारात निकालते है।
उड़ता है भाईचारे का गुलाल
मंडावा. झुंझुनूं के मंडावा कस्बे की होली सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल है। हिंदू और मुस्लिम होली खेलने के साथ, गुलाल से धुलंडी भी खेलते है।
इस नदी में सालभर बहता है उबलता हुआ गर्म पानी, लोग चावल पकाकर खाते हैं
भारत समेत दुनिया के कई देशों में कई तरह की नदियां हैं जिनके बारे में अजब-गजब बाते हैं। जैसे कोई नदी बहुत लंबी होती है तो कोई बहुत चौड़ी यानी किसी का पानी बिल्कुल साफ होता है तो किसी का मटमैला। इन सभी नदियों में सूर्योदय से पहले गर्म और सूर्योदय के बाद ठंडा पानी मिलता है। लेकिन इस दुनिया में एक ऐसी अनोखी नदी भी है जिसमें 24 घंटे और साल के 365 दिन उबलता हुआ पानी बहता है। यह नदी दक्षिण अमरीका के अमेजन बेसिन में स्थित है जिसको बॉयलिंग रिवर के नाम से भी जाना जाता है। इस अनोखी नदी की खोज आंद्रेज रूजो ने साल 2011 में की थी। इस उबलते हुए पानी की नदी की लंबाई 6.4 किलोमीटर, चौड़ाई 82 फीट और गहराई 20 फीट है।