जिले में सामुदायिक बाड़ी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य व महिलाओं की रोजगार की दिशा में मिल का पत्थर साबित हो रही है। जिले में छोटी, बड़ी 139 सामुदायिक बाडिय़ां हो गई है। वहीं 16 फल उद्यानों का भी निर्माण किया जा रहा है। जहां अमरूद, केला, पपीता आदि उगाया गया है। इन बाडिय़ों में 137 स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा 278 हेक्टेयर में 4235.34 क्विंटल सब्जियां उत्पादित की जा चुकी है। जिससे महिलाओं को 94.40 लाख की आमदनी हुई है।