scriptकैसे होंगे खुशहाल किसान – एक साल बाद भी नहीं मिली 1000 से ज्यादा किसानों काे खाद के अंतर की राशि 26.62 लाख | 1000 farmers did not get the amount of fertilizer difference 26 lakhs | Patrika News

कैसे होंगे खुशहाल किसान – एक साल बाद भी नहीं मिली 1000 से ज्यादा किसानों काे खाद के अंतर की राशि 26.62 लाख

locationदुर्गPublished: Jun 24, 2022 10:19:53 am

Submitted by:

Hemant Kapoor

केंद्र ने जिले के 1000 से ज्यादा किसानों की 26 लाख 62 हजार से ज्यादा दबा रखी है। यह राशि पिछले खरीफ सीजन की खाद की कीमतों में अंतर की है। केंद्र ने एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इन किसानों को राशि नहीं लौटाई है।

कैसे होंगे खुशहाल किसान - एक साल बाद भी नहीं मिली 1000 से ज्यादा किसानों काे खाद के अंतर की राशि 26.62 लाख

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में मोर्चा लेकर पहुंचे रिसामा के किसान

केंद्र सरकार ने पिछले खरीफ सीजन के बीच खाद की कीमतों में भारी-भरकम बढ़ोतरी कर दी थी। सरकार की नई कीमतों के बाद धान की खेती के लिए उपयोगी खाद के साथ दवाइयों की कीमतें 54 फीसदी तक बढ़ गई थी। सुपर फास्फेट करीब 20 फीसदी महंगी कर दी गई थी, वहीं डीएपी खाद की कीमत में 54 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। खाद की कीमत को लेकर व्यापक विरोध हुआ। इसके बाद केंद्र सरकार ने बढ़ी हुई कीमत पर सब्सिडी देकर एक तरह से बढ़ोतरी वापस ले ली थी। इस बीच किसानों ने बढ़ी हुई कीमत पर खाद की खरीदी कर ली थी। इन किसानों को अंतर की राशि लौटाना था।

दबाव बढ़ा तो 5.96 करोड़ लौटाया
केंद्र सरकार द्वारा कीमतों में कटौती के बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अधीन तीन जिले 20 हजार किसानों का 6.57 करोड़ से ज्यादा भावांतर की राशि लौटाना था। जिला सहकारी बैंक की डिमांड पर साल की शुरूआत में 5 करोड़ 96 लाख रुपए लौटाई गई। यह राशि किसानों को लौटाई जा चुकी है, लेकिन केंद्र ने बचे हुए करीब एक हजार किसानों की 26 लाख 62 हजार रुपए अब तक नहीं लौटाई है।

किसानों की फूट रही नाराजगी
इधर एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी भावांतर की राशि नहीं मिल पाने पर किसानों की नाराजगी फूट रही है। किसान समितियों में पहुंचकर अफसरों के सामने तकादा कर रहे हैं। इससे वाद-विवाद की स्थिति भी बन रही है। कई समितियों में किसान विरोध प्रदर्शन कर अब ब्याज के साथ राशि की डिमांड कर रहे हैं। इससे समितियों के कर्मचारियों को विपरीत स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। मामला केंद्र से जुड़ा होने के कारण अधिकारी भी ठोस जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

रिसामा के किसानों ने घेरा सहकारी बैंक
इधर अंतर की राशि नहीं मिलने से नाराज रिसामा सोसायटी के किसानों ने जिला सहकारी केंद्रीय बंैक का घेराव किया। किसानों का कहना था कि रिसामा, चिरपोटी, मतवारी व समिति से जुड़े अन्य गांवों के करीब डेढ़ सौ किसानों को भावांतर की राशि नहीं मिली है। किसानों ने उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी। घेराव करने वालों में राजकुमार गुप्ता, ढालेश साहू, पंकज पांडे, किशुन साहू , सेवक राम साहू, केदार साहू, तुलसी राम साहू, देव प्रसाद साहू, केजू राम साहू, श्रीराम साहू, कीर्तन साहू, गरीब साहू आदि शामिल थे।
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