इधर दुर्ग जिले में कोरोना के केस में इजाफा हो रहा है। एक्टिव केस दुर्ग जिले में दिसंबर के अंतिम सप्ताह में 45 था,वह बढ़कर अब 4280 हो गया है। जिला प्रशासन ने 6 अप्रैल 2021 में जिस वक्त लॉकडाउन लगाया था, उस वक्त जैसे ही हालात अब हैं। तब और अब में अंतर केवल मौत के आंकड़ों में हैं। यह राहत की बात है। संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है, लेकिन मार्केट से लेकर कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है।
कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन लोग इसके बाद भी इसको लेकर सतर्क नहीं है। मार्केट में भीड़ हमेशा की तरह नजर आ रही है। मास्क लगाना लोगों ने धीरे-धीरे छोड़ ही दिया है। हाथ मिलाने के साथ-साथ गले भी मिल रहे हैं। इसका नतीजा है कि भिलाई, दुर्ग, रिसाली में एक-एक घर में चार-चार संक्रमित मिल रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में जनवरी के 24 दिनों में 4838 लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं 24 संक्रमितों की मौत हुई है।
दुर्ग जिले में आरटीपीसीआर और ट्रूनॉट में सबसे अधिक पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। यहां दोनों ही लैब में पेंडिंग मामले बढ़ रहे थे, जिसकी वजह से दोनों ही जांच को कम किया जा रहा है।
कोरोना प्रोटोकाल का पालन जरूरी है ताकि लॉकडाउन की नौबत न आए। अगर इसी तरह ढिलाई बरती गई तो स्थिति बिगड़ेगी और लॉक डाउन लगाने की नौबत आ जाएगी। इसके साथ टीकाकरण पर भी फोकस करना होगा। 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों को जो स्कूल बंद होने की वजह से टीका लगवा नहीं पाए हैं, उनको वार्ड और मोहल्ले में जाकर टीका लगाने फिर से मुहिम छेडऩी होगी।
दुर्ग जिले में अप्रैल 2021 में जिस वक्त लॉकडाउन लगाया
गया तब और अब पॉजिटिव केस की संख्या
अब — तब
तारीख – संक्रमित — तारीख — संक्रमित
19 जनवरी 2022 — 779 — 1 अप्रैल 2021 — 996
20 जनवरी 2022 — 1040 — 2 अप्रैल 2021 — 964
21 जनवरी 2022 — 738 — 3 अप्रैल 2021 — 857
22 जनवरी 2022 — 665 — 4 अप्रैल 2021 — 995
23 जनवरी 2022 — 873 — 5 अप्रैल 2021 — 1169
24 जनवरी 2022 — 780 — 6 अप्रैल 2021 — 1838