इन्हें मिलेगा पुलिस गैलेंट्री अवार्ड
छत्तीसगढ़ के एसआई संतोष हेमला, हेड कांस्टेबल टीपी दिलीप, इंस्पेक्टर अजय सोनकर, इंस्पेक्टर अब्दुल समीर खान, कंपनी कमांडर ओमप्रकाश सेन, इंस्पेक्टर रमन उसेंडी, एएसआई रमेश कुमार सोरी, इंस्पेक्टर लीलाधर राठौर को इस साल पुलिस गैलेंट्री अवार्ड दिया जायेगा
छत्तीसगढ़ के एसआई संतोष हेमला, हेड कांस्टेबल टीपी दिलीप, इंस्पेक्टर अजय सोनकर, इंस्पेक्टर अब्दुल समीर खान, कंपनी कमांडर ओमप्रकाश सेन, इंस्पेक्टर रमन उसेंडी, एएसआई रमेश कुमार सोरी, इंस्पेक्टर लीलाधर राठौर को इस साल पुलिस गैलेंट्री अवार्ड दिया जायेगा
केन्द्रीय गृह मंत्रालय की गणतंत्र दिवस के मौके पर घोषित की गई सूची में दुर्ग में पदस्थ हेेड कांस्टेबल अश्वनी कुमार सिंह का चयन सराहनीय कार्यों के लिए किया गया है। अश्वनी को राष्ट्रपति पुलिस पदक दिए जाने की घोषणा होने पर पुलिस विभाग के उनके सहकर्मी तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने बधाई दी है।
बाल आरक्षक से की थी कॅरियर की शुरुआत
1 जून 2012 को आरक्षक से प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत अश्वनी कुमार सिंह ने 12 दिसंबर 1988 को बाल आरक्षक के रूप में पुलिस सेवा की शुरुआत की थी। 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद 13 दिसंबर 1996 को वे दुर्ग जिला पुलिस में आरक्षक बने। पीटीएस रीवा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उनकी पहली पदस्थापना तात्कालीन मध्यप्रदेश के अविभाजित दुर्ग जिलांतर्गत गुरुर थाने में हुई। इसके पश्चात दुर्ग जिले में ही मोहन नगर थाना, एसपी कार्यालय, सुपेला, नंदिनी, बेरला थाना, पुन: एसपी कार्यालय, अंजोरा, भिलाई नगर थाना, फिर से एसपी कार्यालय में सेवा देने के बाद वर्तमान में जिला विशेष शाखा दुर्ग में पदस्थ हैं।
1 जून 2012 को आरक्षक से प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत अश्वनी कुमार सिंह ने 12 दिसंबर 1988 को बाल आरक्षक के रूप में पुलिस सेवा की शुरुआत की थी। 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद 13 दिसंबर 1996 को वे दुर्ग जिला पुलिस में आरक्षक बने। पीटीएस रीवा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उनकी पहली पदस्थापना तात्कालीन मध्यप्रदेश के अविभाजित दुर्ग जिलांतर्गत गुरुर थाने में हुई। इसके पश्चात दुर्ग जिले में ही मोहन नगर थाना, एसपी कार्यालय, सुपेला, नंदिनी, बेरला थाना, पुन: एसपी कार्यालय, अंजोरा, भिलाई नगर थाना, फिर से एसपी कार्यालय में सेवा देने के बाद वर्तमान में जिला विशेष शाखा दुर्ग में पदस्थ हैं।