केवल 6 हजार गठान नया बारदाना
जिला प्रशासन को इस बार महज 6 हजार गठान यानि 30 लाख बारदाना ही नया मिल पाया है। इसके अलावा 8 हजार गठान 40 लाख बारदाना पीडीएस और मिलर्स के माध्यम से उपलब्ध हुई है। बारदानों की कमी को देखते हुए इस बार आगे भी पीडीएस के बारदानें लेने की तैयारी की जा रही हैं।
एक महीनें नहीं होगी परेशानी
अधिकारियों की मानें तो अभी बारदाने की कमी कम से कम एक महीने नहीं होगी। मौजूदा उपलब्ध बारदानों से भरपूर आवक के बाद भी कम से कम एक माह की खरीदी आराम से की जा सकेगी। इसके बाद पीडीएस के नवंबर और दिसंबर के बारदाने मिल जाने से शेष जरूरत की पूर्ति हो जाएगी। इधर केंद्र से भी नए बारदाने मिल जाने की उम्मीद की जा रही थी।
पिछली बार झेलनी पड़ी थी गंभीर संकट
पिछली बार धान खरीदी में बारदानों के संकट के कारण सरकार के साथ किसानों को भी जबरदस्त परेशानी झेलनी पड़ी थी। हालात यह रहा कि पुराने बारदानें और किसानों के बोरों में धान खरीदी के बाद भी बारदाना का संकट रहा। इस बीच कई बार केंद्रों में धान खरीदी बाधित रही।