लोगों ने बढ़ाया मदद का हाथ
पंडितों के फंसे होने की जानकारी होने पर पचरी पारा निवासी मनोज कुमार साहू मौके पर पहुंचे। इनके लिए सूखे राशन की व्यवस्था करवाई है और इनकी वापसी के लिए दुर्ग कलेक्ट्रेट पहुंचकर संबंधित अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया है।
पंडितों के फंसे होने की जानकारी होने पर पचरी पारा निवासी मनोज कुमार साहू मौके पर पहुंचे। इनके लिए सूखे राशन की व्यवस्था करवाई है और इनकी वापसी के लिए दुर्ग कलेक्ट्रेट पहुंचकर संबंधित अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया है।
दुर्ग में फंसे पंडितों का कहना है कि उन्होंने अपना स्वास्थ्य परीक्षण भी करा लिया है। शासन उनके वापसी की व्यवस्था करा दे क्योंकि धर्मशाला में एक साथ 40 लोग फंसे हुए हैं। पूछने पर उन्होंने बताया कि वह शहर में 20 मार्च को पहुंच चुके थे और 22 मार्च से पूरे देश भर में लॉक डाउन लगा है। अपनी वापसी के लिए वह शासकीय दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।
झारखंड के पचास मजदूर भिलाई में फंस
झारखंड के करीब 50 मजदूर छावनी एक कंपनी में फंसे हैं। कंपनी में काम बंद हो गया, लेकिन उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं। कंपनी संचालक ने मजदूरों की मदद करने से हाथ खड़ा कर दिया। सूचना पर छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर ने पुलिस जवानों को भेजकर मजदूरों को राशन का पैकेट उपलब्ध कराया।
झारखंड के करीब 50 मजदूर छावनी एक कंपनी में फंसे हैं। कंपनी में काम बंद हो गया, लेकिन उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं। कंपनी संचालक ने मजदूरों की मदद करने से हाथ खड़ा कर दिया। सूचना पर छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर ने पुलिस जवानों को भेजकर मजदूरों को राशन का पैकेट उपलब्ध कराया।