प्रदेशस्तर आंदोलन और सत्ताधारी दल के बहिष्कार का ऐलान संभागीय पेंशनर समाज की ओर से एरियर्स और 7 फीसदी महंगाई राहत की मांग को लेकर पुराना बस स्टैंड में धरना प्रदर्शन किया गया। इसमें संभाग के 5 जिले दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव, कवर्धा के अलावा धमतरी, रायपुर, कांकेर के भी प्रतिनिधि शामिल हुए। धरना प्रदर्शन के दौरान पेंशनर्स ने सभा भी की। जिसे समाज के संभागीय अध्यक्ष आरएस मक्कड़, एचएल दिल्लीवार, डीपी सोनी, गोवर्धन दुबे, एके पांडेय, केजी नायर सहित सभी जिले के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। पदाधिकारियों ने मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेशस्तर पर आंदोलन और चुनाव में 90 हजार पेंशनधारी परिवारों द्वारा सत्ताधारी दल के बहिष्कार का ऐलान किया।
पेंशनर्स की नाराजगी इसलिए
पेंशनर समाज के संभाग अध्यक्ष आरएस मक्कड़ ने बताया कि शासन द्वारा सातवें वेतनमान के अनुसार पुनरीक्षित पेंशन अप्रैल 2018 से लागू करने का ऐलान किया है, जबकि यह जनवरी 2016 से लागू किया जाना था। इस तरह 27 माह के एरियर्स से पेंशनर्स को वंचित किया जा रहा है। इसी तरह केंद्र सरकार के पेंशनर्स को महंगाई राहत राशि सात फीसदी दी जा रही है, लेकिन राज्य शासन के पेंशनर्स को केवल पांच फीसदी महंगाई राहत देने का ऐलान किया है।
पेंशनर समाज के संभाग अध्यक्ष आरएस मक्कड़ ने बताया कि शासन द्वारा सातवें वेतनमान के अनुसार पुनरीक्षित पेंशन अप्रैल 2018 से लागू करने का ऐलान किया है, जबकि यह जनवरी 2016 से लागू किया जाना था। इस तरह 27 माह के एरियर्स से पेंशनर्स को वंचित किया जा रहा है। इसी तरह केंद्र सरकार के पेंशनर्स को महंगाई राहत राशि सात फीसदी दी जा रही है, लेकिन राज्य शासन के पेंशनर्स को केवल पांच फीसदी महंगाई राहत देने का ऐलान किया है।
90 हजार पेंशनर परिवार एकजुट
संभाग अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश में इस समय 90 हजार पेंशनर है। सभी एरियर्स और महंगाई राहत की मांग को लेकर एकजुट हैं। उन्होंने बताया कि इसकी मांग को लेकर आंदोलन की शुरूआत दुर्ग से की जा रही है। जल्द ही इसका विस्तार पूरे प्रदेश में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पेंशनर्स के परिवार मांग पूरी नहीं होने पर सरकार के खिलाफ मुहिम को लेकर भी सहमत है।
संभाग अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश में इस समय 90 हजार पेंशनर है। सभी एरियर्स और महंगाई राहत की मांग को लेकर एकजुट हैं। उन्होंने बताया कि इसकी मांग को लेकर आंदोलन की शुरूआत दुर्ग से की जा रही है। जल्द ही इसका विस्तार पूरे प्रदेश में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पेंशनर्स के परिवार मांग पूरी नहीं होने पर सरकार के खिलाफ मुहिम को लेकर भी सहमत है।
वोरा-मध्यानी ने दिया समर्थन
पेंशनधारियों के मांगों और आंदोलन को कांग्रेस विधायक अरुण वोरा और जोगी कांग्रेस के नेता प्रताप मध्यानी ने भी समर्थन दिया। दोनों नेता पेंशनर्स के धरना पंडाल में पहुंचे और आंदोलन को समर्थन की घोषणा की। नेताओं ने इस दौरान पेंशनर्स को संबोधित भी किया। नेताओं ने कहा कि जिन्होंने अपने जीवन का अधिकतर समय शासकीय सेवाओं में लगाया उन्हें अब संघर्ष के लिए मजबूर करना अन्याय है।
पेंशनधारियों के मांगों और आंदोलन को कांग्रेस विधायक अरुण वोरा और जोगी कांग्रेस के नेता प्रताप मध्यानी ने भी समर्थन दिया। दोनों नेता पेंशनर्स के धरना पंडाल में पहुंचे और आंदोलन को समर्थन की घोषणा की। नेताओं ने इस दौरान पेंशनर्स को संबोधित भी किया। नेताओं ने कहा कि जिन्होंने अपने जीवन का अधिकतर समय शासकीय सेवाओं में लगाया उन्हें अब संघर्ष के लिए मजबूर करना अन्याय है।