शिकायत के अनुसार जबरन दफ्तर में घुसे देवेंद्र अग्रवाल ने कार्यालय के कार्यपालन अभियंता, उप अभियंता, सहायक अभियंता से लेकर भृत्य तक सभी से इसने दुव्र्यवहार किया। कार्यालय के बाहर आसामाजिक तत्वों को बुला कर कई घंटों तक जमकर उपद्रव मचाया। घटना के दौरान दुर्ग जिला लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ठेकेदार संघ के सदस्य भी मौजूद थे। जब इन सदस्यों ने अभद्र व्यवहार करने पर आरोपी व्यक्ति को रोकने की कोशिश की तब देवेंद्र अग्रवाल ने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी।
आरोपी ने रंगदारी के साथ ठेकेदारों को धमकाते हुए कहा कि जिस निविदा में उससे संबंधित लोग हिस्सा लेंगे, उसमें कोई दूसरा ठेकेदार टेंडर नहीं डालेगा। ठेकेदार संघ के साथ पीएचई के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इसकी शिकायत दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे और एसपी प्रशांत अग्रवाल से की है। अधिकारियों ने ज्ञापन सौंपते हुए पीएचई दफ्तर में उत्पात मचाने वाले और अधिकारियों को धमकाने वाले पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि पीएचई डिपार्टमेंट की शिकायत मिली है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।