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COVID-19-आरोग्य सेतु एप ने चिन्हित किए 38 पिंक और इमर्जिंग हॉट स्पॉट, संक्रमण रोकने अब सात फार्मूले पर फोकस

locationदुर्गPublished: Jul 03, 2020 12:11:58 pm

Submitted by:

Hemant Kapoor

कोरोना संक्रमण पर निगरानी के लिए बनाए गए आरोग्य सेतु एप ने जिले में पिंक, एंबर और इमर्जिंग हॉट स्पॉट चिन्हित किए हैं। इनमें दुर्ग-भिलाई शहर के अलग-अलग हिस्सों के साथ दो दर्जन से ज्यादा गांव भी शामिल है। जिला प्रशासन ने जिले में संक्रमण रोकने सात फार्मूले पर काम करने का फैसला किया है। इसके तहत पिंक, एंबर और इमर्जिंग हाट स्पाट में निगरानी के साथ अधिक आवाजाही वाली दुकानों के दुकानदारों और पूर्व कंटेनमेंट जोन के प्रत्येक घर में फिर से सर्वे किया जाएगा।

Arogya Setu app identified 38 pink and emerging hot spots,

ज्यादा आवाजाही वाली दुकानों और मार्केट में सैंपल जांच, पुराने कंटेनमेंट जोन में होगा सर्वे

दुर्ग. कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इस संबंध में निगम, स्वास्थ्य और कोविड कंट्रोल से जुड़े अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण के मद्देनजर लगातार आरोग्य सेतु पर नजर रखी जा रही है। इसमें जो संभावित हाट स्पाट और इमर्जिंग हाट स्पाट बताया जा रहा है, ऐसे जगहों पर कोरोना संक्रमण की आशंका से निपटने के लिए रणनीतिक बनाकर काम किया जाना है। कलेक्टर ने इसके लिए सात सूत्रों पर अमल करने के निर्देश दिए।

इन सात सूत्रों पर होगा अमल
0 क्वारंटाइन की मानिटरिंग – क्वारंटाइन सेंटर व होम क्वारंटाइन में स्ट्रिक्ट मानिटरिंग। इसके लिए लगे लोगों से लगातार फ फीडबैक प्राप्त करना और इस संबंध में किसी भी तरह की शिकायत होने पर त्वरित कार्रवाई।
0 विदेशों और ईपास से लौटे लोग – बड़ी संख्या में लोग बाहर से आ रहे हैं। विदेशों में बसे लोग लौट रहे हैं। इनके क्वारंटाइन की स्ट्रिक्ट मानिटरिंग। मानिटरिंग उनके रायपुर में लैंड करते ही शुरू होगी। जो ई पास से आ रहे हैं उनके क्वारंटाइन पर प्रभावी नजर।
0 नगरीय क्षेत्र में सर्वे– नगरीय क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे किया जाएगा। इसमें बाहर से आने वाले लोगों के साथ सर्दी-बुखार आदि लक्षणों वाले चिन्हांकित किए जाएंगे। यह काम हर दिन ज्यादा से ज्यादा किया जाएगा।
0 आरोग्य सेतु के पिंक एरिया पर नजर– इतिहास रिपोर्ट के अनुसार पिंक एरिया, कंटेनमेंट जोन, पूर्व में कंटेनमेंट रह चुके जोन में नगरीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर सर्वे करेंगी। जिनमें भी लक्षण मिलेंगे उनके तत्काल सेम्पल लिए जाएंगे।
0 रैपिट टेस्ट किट से सैंपल– कंटेनमेंट जोन से लगे नजदीकी क्षेत्र में इस तरह के लक्षण वाले लोग मिलते हैं तो रैपिड टेस्ट किट से इनके सैंपल की जांच किए जाएंगे।
0 जोखिम वाले दुकानदारों की सैंपल जांच– ऐसी दुकानें जिनमें ग्राहकों की आवाजाही काफी ज्यादा होती है जो भीड़भाड़ वाले इलाकों में हैं और ग्राहकों से संपर्क काफी होता है। ऐसे दुकानदारों की आरटी-पीसीआर सैंपलिंग की जाएगी। सैलून, ट्रांसपोर्ट से जुड़े क्लीनर, ड्राइवर आदि की भी सैंपलिंग कराई जाएगी।
0 फीवर क्लीनिक में रैपिड टेस्ट– फीवर क्लीनिक में लक्षण वाले मरीजों के आने पर रैपिड टेस्ट किए जाएंगे। ताकि समय पर ही संक्रमितों की पहचान हो जाए।
आरोग्य सेतु ने चिन्हित किए हॉट स्पॉट
(30 जून की स्थिति में, यहां के लोगों को सावधान रहने की सलाह)
हॉट स्पॉट
0 पिंक एरिया – भिलाई वेस्ट, सुपेला भिलाई, उरला, अहिवारा, दुर्ग कचहरी, नेवई, चंदखुरी, सुरदोनगर।
0 एंबर एरिया – आईबीएसबी, दुर्ग, पिसेगॉव, बलोदा।
इमरर्जिंग हॉट स्पॉट
भेंडसर, कपसदा, रौंदा, घोटा, पिसेगॉव, देवरी, नंदकट्टी, अहिवारा, मुरमुंदा, बरहापुर, तर्रा, नंदिनी खुंदिनी, नारधा, हिर्री, पेंड्रावन, दारगॉव, सुरडुंग, रिसामा, उरला, करंजा भिलाई, कुम्हारी, नेवरा, ढौर, राजपुर, गिरहोला, सेमरिया।
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